जबलपुर
आज विश्व तीव्रता से वैश्वीकरण की ओर बढता जा रहा है। ऐसे वातावरण में हमें भारत केंद्रित या अपने देश व अपनी संस्कृति पर आधारित शिक्षा व्यवस्था की बात करना है। शिक्षा नीति में परिवर्तन और उसका अनुपालन सरकार के साथ—साथ शैक्षणिक संस्थानों की भी जिम्मेदारी है। किसी भी शैक्षणिक संस्थान की रीढ उसके छात्र व भूतपूर्व छात्र हैं। जिनका सामंजस्य किसी भी संस्थान को उत्कृष्टता के शिखर पर पहुंचा देता है। रादुविवि के भूतपूर्व छात्र और विश्व के कोने—कोने में महत्वपूर्ण स्थानों पर आसीन हैं। इनका साथ विश्वविद्यालय के विकास में नए आयाम स्थापित करेगा। यह बात कुलपति प्रो.कपिल देव मिश्र ने कही। अवसर था रादुविवि एल्युमिनाई एसोसिएशन की आनलाइन बैठक के आयोजन का।
एल्युमिनाई एसोसिऐशन की आनलाइन बैठक के मुख्य अतिथि डायरेक्टर जनरल डीआरडीओ मिनिस्ट्री आफ डिफेंस व सीईओ और एमडी ब्रह्मेस एयरोस्पेस डॉ.सुधीर मिश्रा ने कहा कि सभी भूतपूर्व छात्रों को साथ मिलाकर विश्वविद्यालय में ऐसे शोध कार्य बढाए जाएंगे जिनसे बेहतर माहौल उपलब्ध करवाने के साथ ही सभी के सहयोग से ऐसा शैक्षणिक माहौल बनाया जाएगा जिससे गुरुजनों को पूर्ण सम्मान मिले।
इससे पूर्व कुलसचिव डॉ. दीपेश मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय विकास में उन्हें पूर्ण सहयोग देने की बात कही। विवि द्वारा किए जा रहे नवाचारों और शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी संकायाध्यक्ष व कौशल विकास विभाग के निदेशक प्रो. सुरेंद्र सिंह ने दी। विशिष्ट अतिथि राज्यपाल के पूर्व सचिव व भूतपूर्व छात्र मनोहर दुबे ने देशभर के विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में रादुविवि की रैंकिंग बढाने की दिशा में किए जाने वाले कार्यों पर ध्यान देते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। भूतपूर्व छात्र व वरिष्ठ अधिवक्ता पंकज दुबे सहित अन्य भूतपूर्व छात्रों व वरिष्ठ जनों ने आनलाइन बैठक में विश्वविद्यालय के विकास की प्राथमिकता पर आधारित सुझाव दिए।
आनलाइन बैठक का संचालन आयोजनकर्ता प्रो. शैलेष दुबे ने किया। इस अवसपर पर प्रो. एसपी गौतम, प्रो. कमलेश मिश्रा, प्रो. एसएस संधु, प्रो. धीरेंद्र पाठक, प्रो. रामशंकर, प्रो. विवेक मिश्रा, प्रो. राजेश्वरी राणा, डॉ. लोकेश श्रीवास्तव व अन्य सदस्य मौजूद रहे।