लॉकडाउन में बसों का संचालन बंद आॅपरेटरों ने मांगी टैक्स में छूट

भोपाल
कोरोना संक्रमण को लेकर प्रदेश में बसों का संचालन पूर्णत: बंद पड़ा है। बसें सड़क पर नहीं चल पा रही है तो ऐसे में बस आॅपरेटरों ने एक बार फिर राज्य शासन से टैक्स में छूट देने की गुहार लगाई है।

प्राइम रूट बस आनर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पंडित गोविंद शर्मा का कहना है कि प्रदेश के सभी मोटर मालिकों, सभी संगठनों ने प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत, अपर मुख्य सचिव (परिवहन), परिवहन आयुक्त को पत्र लिखकर अप्रेल 2021 से मार्च 2022 एक साल का टैक्स में छूट देने की मांग की है।

उनका कहना है कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान सड़क परिवहन बसें, रेल परिवहन यात्रियों के अभाव मे बंद पड़े हैं। इसलिए जब बसें सड़क पर नहीं चल पा रही है तो हम शासन को टैक्स नहीं देंगे। उनका कहना है कि एक ओर बसों का संचालन बंद है, ऐसे में शासन को टैक्स देना पड़ रहा है। कर्मचारियों को वेतन भत्तों का भुगतान करना पड़ रहा है और वाहनों के बीमे का खर्च भी उठाना पड़ रहा है।

वाहनों की बैटरी और अन्य रखरखाव के खर्च, कोरोना काल में सैनिटाइजेशन का खर्च भी उठाना पड़ रहा है। ऐसे में शासन को जो बसें मार्ग पर संचालित नहीं हो रही हैं उन्हें टैक्स में छूट देना चाहिए। स्मरण रहे कि शासन को बसों से प्रति माह 60-65 करोड़ का राजस्व मिलता है। एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के प्रत्येक मोटर मालिक मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर टैक्स छूट की मांग करेगा।

कोरोना कर्फ्यू समाप्त होने पर एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिलकर मोटर मालिक को निरंतर हो रहे घाटे की जानकारी देकर एक साल तक के टैक्स में छूट की मांग करेगा ।