रीवा में आफत की बारिश से ढहा कच्चा मकान, 4 लोगों की मौत, 1 घायल

रीवा
मध्य प्रदेश के रीवा जिले से बड़ी खबर है. तेज बारिश की वजह से गढ़ थाना के बहेरी घुचियारी गांव में कच्चा मकान ढह गया है. मकान के मलबे से 4 शव निकाले जा चुके हैं. 1 शख्स घायल बताया जा रहा है. ग्रामीण बचाव कार्य में जुट गए हैं. बताया जा रहा है कि सड़क न होने की वजह से प्रशासनिक मदद मिलने में परेशानी हो रही है. मौसम विभाग ने रीवा में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

गौरतलब है कि रीवा में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है. नदी-नाले उफान पर हैं. सतना जिले के बकिया बराज के 12 गेट खोले गए हैं, जिसका सीधा असर रीवा पर हुआ है. इसकी वजह से तराई क्षेत्रों में पानी का स्तर जबरदस्त बढ़ गया है. इस बीच रविवार सुबह अचानक घुचियारी गांव में मकान ढहने से हड़कंप मच गया. कलेक्टर इलैयाराजा मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य को देखा. उन्होंने 4 लोगों की मरने कि पुष्टि भी की.

मध्य प्रदेश में मानसून कई जगहों पर लुका-छिपी का खेल खेल रहा है. एक तरफ तो नदियां-नाले उफान पर हैं, तो दूसरी तरफ 19 जिले अभी भी ऐसे हैं जहां सामान्य से कम बारिश हुई है. मौसम विभाग ने 13 से ज्यादा जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. सबसे ज्यादा बारिश 148 मिमी श्योपुर जिले में हुई. प्रदेश में बारिश सामान्य से 4 फीसदी ज्यादा रिकॉर्ड हो गई है. मौसम विभाग ने जिन 13 जिलों में भारी से भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है उनमें रीवा, शहडोल और ग्वालियर-चंबल संभाग के जिले कटनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, नीमच और मंदसौर जिले शामिल हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, जबलपुर, शहडोल, सागर, भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.

अनूपपुर में 18 फीसदी, बालाघाट में  14 फीसदी, दमोह में  32 फीसदी, जबलपुर में  17 फीसदी, कटनी में 13 फीसदी,  पन्ना में 31 फीसदी, सागर में 8 फीसदी, सिवनी में 12 फीसदी, टीकमगढ़ में 22 फीसदी, बड़वानी में 29 फीसदी, बुरहानपुर में 17 फीसदी, धार में 26 फीसदी, हरदा में 9, होशंगाबाद 6 फीसदी, इंदौर में 22 फीसदी, झाबुआ में 3 फीसदी, खरगोन में 30 फीसदी, मुरैना में 18 फीसदी बारिश सामान्य से कम हुई.

श्योपुर जिले में बड़ी अनहोनी का खतरा मंडरा रहा है. भारी बारिश की वजह से यहां का आवदा डैम ओवर फ्लो तो हो ही रहा है, उसमें दरारें भी पड़ गई हैं. इसे लेकर किसान और जनप्रतिनिधि प्रशासन के आगे चिंता जाहिर कर चुके हैं. बार-बार बताने के बावजूद अधिकारी मामले को अनसुना कर रहे हैं. इधर भारी बारिश की वजह से श्योपुर का ग्वालियर और शिवपुरी से संपर्क पूरी तरह कट गया है. गांवों में आवाजाही बंद हो गई है. घरों में पानी घुस गया है.