नई दिल्ली :
रिजर्व बैंक सरकारी प्रतिभूतियों के अधिग्रहण कार्यक्रम (G-SAP 2.0 ) के तहत 30 सितंबर को 15,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों की खुले बाजार में खरीद करेगा. जून में आयोजित मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के बाद आरबीआई द्वारा खुले बाजार में खरीद की घोषणा की गई थी. आरबीआई की हालिया जी-एसएपी नीलामियों ने परिपक्वता स्पेक्ट्रम में प्रतिभूतियों पर ध्यान केंद्रित किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उपज वक्र (Yield Curve) के सभी खंड तरल बने रहें.
ताजा नीलामी में, आरबीआई मल्टी-सिक्योरिटी ऑक्शन के जरिए मल्टीपल प्राइस मेथड का इस्तेमाल करके सरकारी सिक्योरिटीज खरीदेगा.खरीद जनवरी 2029 और जून 2035 के बीच परिपक्व होने वाली प्रतिभूतियों की होगी. प्रतिभूतियों की कूपन दर 6.10 प्रतिशत से 7.26 प्रतिशत तक भिन्न होती है.
दूसरी ओर, आरबीआई मल्टीपल प्राइस मेथड का इस्तेमाल करते हुए मल्टी-सिक्योरिटी ऑक्शन के जरिए सरकारी सिक्योरिटीज को बेचेगा. यह जून 2022 और सितंबर 2022 के बीच परिपक्व होने वाली प्रतिभूतियों को उतार देगा. प्रतिभूतियों की कूपन दर 8.08 प्रतिशत से 8.15 प्रतिशत तक भिन्न होती है.















