बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली पतंजलि आयुर्वेद की खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया के एफपीओ को सेबी ने मंजूरी दे दी। रुचि सोया को अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) के जरिए 4,300 करोड़ रुपए जुटाने के लिए मंजूरी मिली है।
निवेशकों को फायदा: बुधवार के कारोबार में इसका फायदा कंपनी के निवेशकों को मिला है। कारोबार के दौरान रुचि सोया का शेयर भाव करीब तीन फीसदी की तेजी के साथ 1130 रुपए के स्तर को पार कर लिया। निवेशकों को बीते कारोबारी दिन के मुकाबले प्रति शेयर 30 रुपए का फायदा हुआ है। कंपनी के मार्केट कैपिटल की बात करें तो 33,430 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।
क्या करेगी इस रकम का : सेबी को दी गई जानकारी के मुताबिक रुचि सोया एफपीओ से होने वाली आय का इस्तेमाल अपने कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए कुछ बकाया ऋणों के भुगतान, अपनी बढ़ती पूंजी जरूरतों और अन्य सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी।
आपको बता दें कि पतंजलि आयुर्वेद ने 2019 में रुचि सोया का अधिग्रहण किया था। यह एक सूचीबद्ध कंपनी है। रुचि सोया को दिवाला प्रक्रिया के तहत 4,350 करोड़ रुपए में पतंजलि ने हासिल किया। इसमें प्रवर्तकों की वर्तमान में 99 फीसदी हिस्सेदारी है।
एफपीओ क्या है: ये आईपीओ की तरह ही होता है। इसके तहत शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी फंड जुटाने के लिए सार्वजिनक तौर पर अपने शेयर बेचने की पेशकश करती है। पहली पेशकश आईपीओ कहलाती है। इसके बाद कंपनी लिस्टेड हो जाती है। लेकिन लिस्टिंग के बाद शेयर बेचने का सार्वजनिक प्रस्ताव एफपीओ कहलाता है।















