मैरीलैंड
दुनिया भर में कोविड-19 की तबाही के माहौल में संग्रहालय भी अछूते नहीं बचे हैं। कोरोना महामारी के कारण अमेरिकी संग्रहालय राजस्व के अंतराल को कम करने के लिए कीमती व अनमोल पेंटिंग्स और कलाकृतियों को बेच रहे हैं। इनमें से कुछ संग्रह में विविधता लाने के लिए धन का उपयोग कर रहें हैं। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि चित्रकारी की बिक्री ने जनता के लिए कलाकृति को संरक्षित करने के संस्थानों के मिशन को धोखा दिया है।
कुछ संग्रहालय अपने संग्रह को नवीनीकृत करने और विविधता लाने के अवसर को खत्म कर रहे हैं। सितंबर में, पहले से ही आर्थिक रूप से महामारी से जूझ रहे ब्रुकलिन संग्रहालय ने अपने संग्रह को बनाए रखने के लिए धन जुटाने के लिए एक मोनेट और दो डबफेट्स सहित 12 अनठी चीजों को सेल के लिए डाल दिया। इस साल की शुरुआत में, न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम के निदेशक, मैक्स होलेलिन ने संकेत दिया कि कार्यों की बिक्री से जुटाए गए धन को संग्रह देखभाल से संबंधित लागत जैसे कि कर्मचारियों के वेतन को कवर करने में खर्च किया जाएगा।
होलेलिन ने बिक्री के महत्व को कम किया और जोर दिया कि यह कदम केवल अस्थायी है। उन्होंने कहा, ‘हम इसे करने में बहुत निपुण हैं, हम इस पर विश्वास करते हैं, हमें लगता है कि हमारे संग्रह, विकास के लिए एक लाभ हैं।’ संग्रहालय समुदाय के भीतर कलाकृतियों की बिक्री पहले से ही विवादास्पद मुद्दा रहा है। एंग्लो-सैक्सन देशों के संस्थान एक तरह से कलाकृतियों की नियंत्रित बिक्री के पक्ष में रहते हैं जबकि लैटिन संस्कृति के देशों के संग्रहालय इस तरह की बिक्री का विरोध करते हैं।
संग्रहालय में कलाकृियों व पोटिंग्स के बिक्री का उद्देश्य मुख्य रूप से संग्रहालय के लिए एक संरक्षण कोष बनाना है। साथ ही महिलाओं और अल्पसंख्यक कलाकारों के कार्यों को अपने संग्रह को फिर से इकट्ठा करना है। हालांकि, कुछ आलोचनाओं के कारण संग्रहालय ने योजना को रद्द कर दिया और इसके बजाय दान के माध्यम से धन जुटाने का विकल्प चुना।