मुरैना वन विभाग की बड़ी कार्यवाही दस वाहन और ग्यारह आरोपी पकड़े

मुरैना
वन विभाग ने आज बड़ी कार्यवाही करते हुए 10 वाहनों को पकड़ा है। इन वाहनों में कुछ में पत्थर व कुछ में रेत भरा हुआ है। एक बुलेरो पिकअप गाड़ी को अवैध रुप से खनन की गईं जड़ी बूटी को ले जाते पकड़ा है। इन वाहनों में दो ट्रेक्टर ट्राली श्योपुर से पकड़ी हैं, बाकी के वाहन मुरैना जिले से पकड़े हैं।

वन विभाग की एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे कल रात को वन विभाग के गार्ड व एसएएफ सुरक्षा बल के साथ श्योपुर गई थीं। श्योपुर में उन्होंने दो ट्रेक्टर ट्रालियों को पकड़ा। इनमें अवैध चंबल का रेत भरा हुआ था  इसके साथ ही दो रेत माफिया जो वन अमले की रैकी कर रहे थे, उनको मोटर साइकिल सहित पकड़ा है। उसके बाद वन अमला वीरपुर की तरफ आया। मुरैना लौटते समय नागर मोथा नाम की जड़ी बूटी से भरी बुलेरो पिकअप को पकड़ा। यह जड़ी बूटी चंबल नदी में पाई जाती है। इसका चंबल नदी से अवैध उत्खनन करके शिवपुरी ले जाया जा रहा था। जड़ी बूटी का वजन लगभग दो क्विंटल है  

पत्थर से भरी ट्रेक्टर ट्रालियां पकड़ी
 जब वन अमला सबलगढ़ की तरफ आ रहा था। तभी ओरछापुरा गांव के पास पत्थर से भरी ट्रेक्टर ट्राली आ रही थी। वन अमले ने उसे पकड़ लिया। उस ट्रेक्टर ट्राली को वन अमले ने रामपुर के थाने में जप्ती के लिए दे दिया है। जब वन टीम सबलगढ़ पहुंची तो सबलगढ़ में अवैध पत्थर से भरी दो ट्रेक्टर ट्रालियां चली आ रही थीं। उन्हें वन अमले ने पकड़ लिया। उन दोनों ट्रेक्टर ट्राली को वन विभाग की रेंज अफसर सुमन खरे को जब्ती में दे दिया गया। इन दोनों ट्रेक्टर ट्राली द्वारा बिना रॉयल्टी के अवैध रुप से जंगल से पत्थर खनन करके लाया जा रहा था

 रेत माफिया को पकड़ा
 वन अमला जब सबलगढ़ से निकलकर टेटरा गांव की तरफ जा रहा था। उसी वक्त वन अमले का पीछा मोटरसाइकिल पर सवार दो रेत माफिया कर रहे थे। वन अमले को शक हो गया। अमले की गाड़ी में से एसएएफ के जवान उतरे और उन्होंने जब उन रेत माफिया को पकड़ने का प्रयास किया तो उनमें से एक मौके से भाग खड़ा हुआ। अमले ने दूसरे माफिया को मोटरसाइकिल सहित पकड़ लिया है। एसएएफ ने जब उसका मोबाइल टटोला तो उसमें कई ऐसे साक्ष्य मिले जो अन्य रेत माफिया से उसके जुड़े होने का सबूत दे रहे थे। मोबाइल में जब कॉल रिकॉर्डिंग निकाली गईं तो उसमें कई माफिया के रेत डलवाने की रिकॉर्डिंग पाई गई।