महाराष्ट्र में शुरू हुआ ब्लैक फंगस के इंजेक्शन का उत्पादन 

मुंबई
 कोरोना महामारी के साथ सरकार का पूरा फोकस अब 'म्यूकोरमाइकोसिस' यानी ब्लैक फंगस पर भी है। इस बीमारी की दवाओं की किल्लत को देखते हुए हाल ही में केंद्र सरकार ने कई कंपनियों को एम्फोटेरिसिन बी इमल्शन इंजेक्शन के निर्माण के लिए लाइसेंस दिया था। जिन्होंने तेजी से उत्पादन शुरू कर दिया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही बाजार में इस दवा की किल्लत दूर हो जाएगी। महाराष्ट्र स्थित जेनेटिक लाइन साइंसेज को भी सरकार की ओर से एम्फोटेरिसिन बी इमल्शन इंजेक्शन के उत्पादन की मंजूरी मिली है। ऐसे में कंपनी ने गुरुवार को इंजेक्शन को बनाना शुरू कर दिया। 

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय के मुताबिक अभी तक केवल एक कंपनी द्वारा इसका उत्पादन किया जा रहा था। जिस वजह से इंजेक्शन 7000 रुपये में उपलब्ध था, लेकिन अब ये 1200 रुपये में भी आसानी से मिल जाया करेगा। दिल्ली में कोरोना केस लगातार हो रहे कम, 24 घंटे में 1072 नए मामले, 3725 मरीज हुए ठीक अमेरिका से भी आ रही बड़ी खेप दवाओं की कमी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन की सप्लाई के लिए कई देशों से संपर्क किया था। जिसके बाद अमेरिकी कंपनी गिलियड साइंसेज बोर्ड ने 10 लाख इंजेक्शन की सप्लाई के लिए हामी भर दी। इसके तहत 1.21 लाख शीशियां भारत पहुंच चुकी हैं, जबकि 85000 शीशियां अभी रास्ते में हैं। कंपनी का दावा है कि जल्द ही कुल आपूर्ति 1 मिलियन डोज की कर दी जाएगी।