कोलकाता
केंद्रीय कैबिनेट का आज विस्तार होने जा रहा है। विस्तार से पहले मंत्रिमंडल के कई मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वालों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल, बाबुल सुप्रियो, देबाश्री चौधरी समेत 12 नाम हैं। इन मंत्रियों के इस्तीफे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई सवाल किए हैं। बनर्जी ने खासतौर से हर्षवर्धन और बंगाल से आने वाले बाबुल सुप्रियो और देबाश्री के इस्तीफे को लेकर सवाल खड़ा किया है। ममता बनर्जी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को बलि का बकरा बना दिया गया है। सारे फैसले पीएम ने किए, सभी बैठकें पीएम मोदी ने कीं और हर्षवर्धन से इस्तीफा ले लिया।
क्या आपको लगता है कि वे (पीएम मोदी) शासन को लेकर गंभीर हैं? अगर वे गंभीर होते, तो कोविड की दूसरी लहर आती ही नहीं। बाबुल सुप्रियो और देबाश्री चोधरी के मंत्रिमंडल से इस्तीफे पर ममता बनर्जी ने कहा, भाजपा के लिए बाबु और देबाश्री अब खराब हो गए। अचानक ऐसा क्या हुआ कि ये दोनों (बाबुल और देबाश्री) बीजेपी के लिए गलत हो गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि इतने सारे मंत्रियों ने इस्तीफा क्यों दे दिया, इस पर कुछ कहना मुश्किल है।
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के अलावा श्रम मंत्री संतोष गंगवार, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, केमिकल्स और फर्टिलाइजर्स मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी, पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो, ग्राहक मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे, जलशक्ति मंत्रालय में राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया, प्रताप सारंगी, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे, थावरचंद गहलोत अपना इस्तीफा दे चुके हैं।
















