बाढ़ प्रभावित लोगों को क्षति का मुआवजा शीघ्र मिलें- कलेक्टर

मुरैना
विगत दिवस चंबल एवं क्वारी नदी में बाढ़ आने एवं अधिक वर्षा होने से जिले के कई गांव प्रभावित हुये हैं जिसमें अतिवर्षा से 107, बाढ से 136 गांव तथा 7 हजार 663 परिवार प्रभावित हुये हैं। इन परिवारों का सर्वेक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है जिसमें अधिकतर लोगों को राहत राशि भी वितरित हो चुकी है। बाढ़ प्रभावित जो लोग क्षति का मुआवजा लेने से वंचित रह गये हैं। उन लोगों को 17 अगस्त तक राहत राशि उनके खाते में पहुंचाना सुनिश्चित करें। ये निर्देश कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने जिलाधिकारियों को बैठक के दौरान दिये। बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत रोशन कुमार सिंह, अपर कलेक्टर नरोत्तम भार्गव, गूगल मीट से जुड़े समस्त एसडीएम तथा मीटिंग हॉल में उपस्थित सभी जिलाधिकारी, जनपद सीईओ एवं नगरीय निकायों के सीएमओ उपस्थित थे।             
    
कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने बताया कि जिले में अतिवर्षा से 107 गांव और बाढ़ से 136 गांव प्रभावित हुये है। 7 हजार 600 परिवार प्रभावित हुये है। इन परिवारों की संख्या 34 हजार 634 है। उन्होंने कहा कि जिले मुरैना और सबलगढ में एक-एक जनहानि हुई है जबकि पशुहानि  जिले में कुल 41 होना पाया गया है। मकान क्षति 324 और आंशिक मकान क्षति 1236 सर्वे में निकलकर आई है। उन्होंने कहा कि जिले में 23 कुंआ और 39 टयूबवैल बाढ से प्रभावित हुये हैं। जिला प्रशासन ने सर्वे का आंकलन करके 1340 लोगों को राहत राशि का वितरण कर दिया है। शेष 3873 का वितरण 17 अगस्त तक करने के निर्देश दिये हैं।  
    
कलेक्टर बी कर्तिकेयन ने बताया कि पोरसा के 24, अंबाह के 35, मुरैना के 3, जौरा के 45, कैलारस के 21 और सबलगढ के 8 गांव बाढ से प्रभावित हुये हैं। जबकि मुरैना के 32, कैलारस के 4, सबलगढ के 71 गांव अतिवर्षा से प्रभावित हुये हैं। उन्होंने बताया कि पोरसा में 821, अंबाह में 2 हजार 236, मुरैना में 2 हजार 518, जौरा में 1 हजार 572, कैलारस में 149 और सबलगढ में 467 परिवार बाढ़ से प्रभावित हुये हैं। कलेक्टर ने बताया कि जिले में पोरसा में 6, अंबाह में 20 कैलारस में 15 पशुहानि, पोरसा में 37, अंबाह में 22, जौरा में 253 और सबलगढ में 12 मकानों की शतप्रतिशत क्षति हुई है। जबकि पोरसा में 287, अंबाह में 575, मुरैना में 40, जौरा में 120, कैलारस में 80 और सबलगढ में 134 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुये हैं। बाढ़ के दौरान पोरसा में 1, जौरा में 12, कैलारस में 4 और सबलगढ में 6 कुंआ प्रभावित हुये हैं। जबकि पोरसा में 30, अंबाह, मुरैना में 3-3, कैलारस में 2 और सबलगढ में 1 टयूबवैल बाढ से प्रभावित हुये हैं।
    
कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने विद्युत, पीएचई, महिला बाल विकास, पीडब्ल्यूडी, ईआरईएस, खाद्य, राजस्व, पीएमजेएसवाय आदि विभाग अपने अपने विभाग की योजनाओं से बाढ़ प्रभावितों को लाभान्वित करें। स्वयं जिलाधिकारी पीड़ित लोगों के बीच पहुंचकर यह सुनिश्चित करें कि उनके विभाग से संबंधित उन लोगों को लाभ मिल चुका है। उन्होंने कहा कि बैंक खाता न मिलने से कई परिवारों को राहत राशि अभी तक नहीं मिली होगी। ऐसे परिवारों के यहां पहुंचे और उनसे पूछताछ करें। सरकार की किसी न किसी योजना के माध्यम से पहले उन्हें लाभान्वित किया गया होगा। बैंक खाता क्रमांक उनके यहां अवश्य मिलेगा। कलेक्टर ने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना, वृद्धावस्था योजना, आवास, मजदूरी,नरेगा, श्रम आदि योजनाओं का लाभ पहले कभी उस परिवार को मिला होगा तो बैंक अकाउंट नंबर अवश्य होगा। कलेक्टर ने कहा कि विद्युत विभाग जिले के सभी ग्रामों में विद्युत चालू करके इस प्रकार का प्रमाण पत्र देना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी व्हाटसएप से फोटो मंगाकर विभागीय योजनाओं की पूर्ति न करें, अधिकारी स्वयं देंखे।