इस्लामाबाद/इस्तांबुल
मानव तस्करी पर अमेरिका द्वारा जारी एक रिपोर्ट में पाकिस्तान और तुर्की को बाल सैनिकों की भर्ती करने वाले देशों की सूची में डालने पर दोनों ही देश बौखला उठे हैं।
पाकिस्तान ने इस रिपोर्ट को आधारहीन बताते हुए अमेरिकी बाल सैनिक रोकथाम अधिनियम (सीएसपीए) की सूची को खारिज किया जबकि तुर्की ने पूरी रिपोर्ट को ही सिरे से खारिज कर दिया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि अमेरिका का यह कदम एक तथ्यात्मक त्रुटि और समझ की कमी को दर्शता है। उसने अमेरिकी रिपोर्ट पर नाखुशी जताते हुए निराधार दावों की समीक्षा का आग्रह किया है।
दूसरी तरफ, तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि बाल सैनिकों की भर्ती संबंधी रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि हम सीरिया द्वारा बाल सैनिकों की भर्ती करने वाले सशस्त्र लड़ाकों को वित्तीय सहायता प्रदान करने की आलोचना करते हैं। तुर्की ने अपना रिकॉर्ड इस मामले में पूरी तरह साफ बताते हुए वाशिंगटन पर सीरियाई कुर्द आतंकियों के अमेरिकी समर्थन पर दोहरे मानक व पाखंड अपनाने का आरोप लगाया।