by kuldeep shukla/Raipur.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान ”बाबा साहेब क्षेत्र के विधायक हैं अगर वो नहीं चाहते हैं तो पेड़ क्या एक डंगाल भी नहीं कटेगी”. साथ ही यह भी कहा कि, गोली चलने की नौबत ही नहीं आएगी जो गोली चलाएगा पहले उन पर गोली चल जाएगी।
आगे सीएम भूपेश ने कहा, खदान आबंटन का काम केंद्र सरकार करती है. भाजपा को केंद्र सरकार के समक्ष विरोध जताना चाहिए. भाजपा की ओर से सवाल उठाना भी गलत है. ये भाजपा का दोहरा चरित्र है. विरोध दिल्ली में होना चाहिए.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने हसदेव अरण्य को लेकर बयान दिया था.
बता दें कि कल 06 /06 /2022 को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने हसदेव अरण्य में अंबिकापुर स्थित परसा कोल माइंस क्षेत्र में पहुंचे। परसा कोल ब्लॉक के घाटबर्रा जंगल पहुंचे यहां उन्होंने वन में पेड़ों की कटाई के विरोध में बैठे ग्रामीणों से मुलाकात कर उनसे चर्चा की और सभी की राय जानी। सिंहदेव ने कहा कि सभी ग्रामीण पहले एक स्पष्ट राय बना कर अपना पक्ष रखें, मैं आपके साथ हूं। उन्होंने कहा कि यदि ग्रामवासी इस निर्णय के विरोध में हैं तो किसी भी हालत में जंगल की कटाई नहीं करने देंगे।
भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता @brijmohan_ag यदि सच में विरोध कर रहे हैं तो भारत सरकार से कोल आवंटन रद्द करने की तत्काल मांग करें।
मेरे अग्रज और वरिष्ठ मंत्री @TS_SinghDeo जी क्षेत्रीय विधायक हैं, यदि उनकी सहमति नहीं होगी, तो पेड़ तो छोड़िए, एक टहनी तक नहीं कटेगी। #हसदेव pic.twitter.com/iuTHT8LYDb
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 7, 2022
जिसमें उन्होंने कहा था कि, हसदेव जंगल उजाडऩे अगर गोली चलेगी तो पहली गोली मैं खाऊंगा. वहीं पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने हसदेव बचाने आंदोलनरत ग्रामीणों को यह भरोसा देते हुए कहा कि वे इस आंदोलन में उनके साथ खड़े हैं. सोमवार को सिंहदेव ने क्षेत्र का दौरा कर प्रभावित ग्रामीणों ने चर्चा की थी.मंत्री सिंहदेव ने कहा था कि हसदेव क्षेत्र में खदान खुली तो यहां लगभग 8 लाख पेड़ कट जाएंगे. सोचना होगा कि पहले से जो खदान संचालित है, वह खदान के नियम व शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा है, तो आगे जो ब्लॉक आवंटन हुए हैं, वहां के एक एकड़ पेड़ के बदले दो एकड़ पेड़ लगाने का जो नियम है, उसका पालन कहां हो रहा है.