फेसबुक-इंस्टाग्राम ने हटाए राहुल गांधी के पोस्ट, रेप पीड़िता के परिजनों की पहचान की थी उजागर 

नई दिल्ली
इंस्टाग्राम और फेसबुक ने राहुल गांधी के अकाउंट से उस पोस्ट को हटा दिया है, जिसमें दिल्ली में कथित रूप से बलात्कार और हत्या की शिकार नाबालिग लड़की के माता-पिता की पहचान उजागर हो रही थी। इनसे पहले ट्विटर द्वारा भी राहुल गांधी के पोस्ट पर एक्शन लिया गया था और बाद में उनका अकाउंट भी लॉक कर दिया गया था। दरअसल राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस मामले पर सोशल मीडिया कंपनियों को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। राहुल गांधी को लिखे पत्र में फेसबुक ने कहा था कि आपने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए जो पोस्ट की है वह किशोर न्याय कानून, 2015 की धारा 74, पॉक्सो कानून की धारा 23 और भारतीय दंड संहिता की धारा 288ए के तहत गैरकानूनी है। एनसीपीसीआर के नोटिस के मुताबिक, आपसे इस पोस्ट हटाने के लिए आग्रह किया जाता है। 13 अगस्त को एनसीपीसीआर ने फेसबुक को समन जारी किया था।

एनसीपीसीआर ने फेसबुक के ट्रस्ट और सुरक्षा विभाग के प्रमुख सत्या यादव को नाबालिग पीड़िता के परिजनों की पहचान उजागर करने वाले पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने पर समन जारी किया था। इसके बाद फेसबुक ने एक्शन लेते हुए राहुल गांधी को मेल किया और फोटो को हटाने के लिए कहा था। फेसबुक ने एनसीपीसीआर को राहुल गांधी को किए गए मेल की एक कॉपी भेजी। जिसके बाद फेसबुक को समन से छूट मिल सकी थी।

इससे पहले ट्विटर ने भी उत्तर पश्चिमी दिल्ली में कथित बलात्कार और हत्या की नौ वर्षीय पीड़िता के परिवार की तस्वीरें ट्वीट करने के बाद राहुल गांधी के खाते को पिछले सप्ताह अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था। ट्विटर ने इसे अपने नियमों का उल्लंघन माना था। इसके बाद ट्विटर ने कांग्रेस नेता का अकाउंट बंद (लॉक) कर दिया था, हालांकि शनिवार को उनका अकाउंट बहाल (अनलॉक) हो गया था। दरअसल राजधानी दिल्ली में एक नौ साल की बच्ची का कथित रूप से रेप और फिर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बच्ची के परिजनों से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने उन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा कर दिया था।