उन्नाव
लॉकडाउन में आर्थिक तंगी के चलते एक पिता हाईस्कूल में पढ़ने वाली अपनी बेटी की स्कूल फीस जमा नहीं कर सका। आरोप है कि फीस जमा न होने पर स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रा पर दबाव बनाया गया था। छात्रा फीस माफी का प्रार्थना पत्र लेकर प्रिंसिपल के पास गई तो उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया। आरोप है कि प्रिंसिपल ने उसे अपमानित किया और तिमाही परीक्षा में बैठने से भी मना कर दिया।
इससे आहत छात्रा रोते हुए घर पहुंची और बेहोश हो गई। घरवाले उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने की रिपोर्ट लिख शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है और तफ्तीश शुरू कर दी है। मृतक छात्रा प्राइवेट स्कूल में हाईस्कूल की छात्रा थी। उसके पिता ने स्कूल के प्रबंधक और प्रिंसिपल के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। ये मामला उन्नाव जिले के आदर्श नगर कॉलोनी का है। सुशील कुमार अवस्थी की बेटी स्मृति (15) एबी नगर के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में हाई स्कूल की छात्रा थी। प्राइवेट नौकरी करने वाले सुशील लॉकडाउन के कारण पिछले कुछ महीनों से आर्थिक तंगी में थे। इस कारण तीन महीने की फीस बकाया थी। सुशील ने फीस अदा करने के लिए स्कूल से कुछ वक्त मांगा था। इसी सिलसिले में स्मृति फीस माफी के लिए प्रार्थना पत्र देने स्कूल गई थी।
वहीं, इस पूरे मामले में क्षेत्राधिकारी (नगर) कृपा शंकर ने बताया कि कोतवाली के अन्तर्गत आदर्श नगर की रहने वाली एक किशोरी जिसकी उम्र लगभग 15 वर्ष है। संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गई। इस संबंधमें शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया और परिजन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।