प्रभारी मंत्री डॉ.टेकाम ने ली डीएमएफ शासी परिषद की बैठक 78 करोड़ से अधिक के कार्यों का अनुमोदन

रायगढ़
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, स्कूल शिक्षा तथा सहकारिता विभाग एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में रायगढ़ कलेक्टोरेट के सृजन सभाकक्ष में आयोजित जिला खनिज संस्थान न्यास के शासी परिषद की बैठक में 78 करोड़ रूपए से अधिक के विभिन्न कार्यों का अनुमोदन किया गया। बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल भी उपस्थित थे।

बैठक के दौरान अनुमोदित कार्यों में रायगढ़ जिले में प्रमुख रूप से वर्ष 2021-22 हेतु सभी स्वामी आत्मानंद विद्यालयों में पुस्तकालय, प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लैब हेतु सामग्री, स्कूलों के लिए स्मार्ट क्लास, कोविड उपचार हेतु उपकरणों के क्रय तथा अंधोसंरचनात्मक विकास व आॅक्सीजन पाईप लाईन विस्तार का कार्य, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत कुपोषित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक के 5 एमएमयू संचालन, गर्भवती महिलाओं में हिमोग्लोबिन जांच करने हेतु मशीनों का क्रय, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी, पेयजल, नगरीय निकायों, टसर सिल्क यार्न उत्पादन, सोलर हाई मास्ट संयंत्र, साईंस सेंटर स्थापना जैसे कार्य शामिल हैं।

बैठक में मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि कुपोषण मुक्ति, स्वास्थ्य, आजीविका संवर्धन, शिक्षा, गौठान विकास जैसे कार्यों में प्रमुखता से डीएमएफ की राशि का उपयोग किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले में तेजी से कुपोषण दर में इस वर्ष लगभग 10 प्रतिशत की कमी लाने पर खुशी जाहिर करते हुये कलेक्टर के साथ जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। इसी प्रकार कोविड से बचाव के लिये चलाये जा रहे टीकाकरण अभियान में जिले के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर भी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जल्द से जल्द शत-प्रतिशत लोगों का टीकाकरण पूर्ण करने की बात कही। मंत्री डॉ. टेकाम ने गौठान संचालन तथा गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने गौठानों में स्थापित मल्टी एक्टीविटी सेंटर में स्थानीय स्तर पर खपत होने वाले उत्पाद तैयार कर उसका विक्रय करने के लिये कहा। वन अधिकार प्राप्त पट्टेधारियों की आजीविका संवर्धन की दिशा में विशेष रूप से कार्य करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर कलेक्टर भीम सिंह ने वित्तीय वर्ष 2020-21 का वार्षिक प्रतिवेदन शासी परिषद के सामने प्रस्तुत किया। इसी प्रकार वर्ष 2021-22 हेतु प्रस्तावित कार्यों को भी परिषद के समक्ष अनुमोदन के लिये रखा गया, जिस पर बिन्दुवार चर्चा की गई। कलेक्टर सिंह ने बताया कि डीएमएफ की राशि का उपयोग कुपोषण मुक्ति के साथ जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन तथा शासन की सभी फ्लैगशिप स्कीम में प्रमुखता से की जा रही है।