प्रदेश में किसानों से समर्थन मूल्य पर 94 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीदी, किसानों को 5000 करोड़ रुपए का भुगतान अटका

भोपाल
 मध्यप्रदेश में सभी संभागों में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी जारी है। अब तक 94  लाख 58 हजार 92 मेट्रिक टन गेहूं की खरीदी हो चुकी है। खरीदे गए गेहूं के एवज में किसानों को 17889 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना था अभी तक केवल 12370 करोड़ रुपए का भुगतान हो पाया है। लगभग 5000 करोड  रुपए से अधिक का भुगतान अब तक किसानों को नहीं हो पाया है इससे किसान परेशान हैं।

राज्य सरकार ने इस बार 135 लाख मैट्रिक टन गेहूं खरीदी का लक्ष्य बनाया था पिछले साल की अपेक्षा इस बार 127 फीसदी किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया था किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं चना मसूर और सरसों खरीदी के लिए कुल 24 लाख 8 हजार 835 एसएमएस किए गए हैं। प्रदेश भर में अब तक 12 लाख 1हजार 63 किसानों से समर्थन मूल्य पर अनाज की खरीदी की जा चुकी है। जो खरीदा गया गेहूं और अन्य अनाज है उसमें से अभी तक 90 फिसदी का परिवहन कर उन्हें गोदामों में पहुंचाया जा चुका है। अब तक 81 लाख 34 हजार 888 मेट्रिक टन अनाज को परिवहन कर गोदामों तक पहुंचाया जा चुका है।

प्रदेश में इंदौर और उज्जैन संभाग में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी पहले शुरू हुई थी। अन्य संभागों में खरीदी बाद में प्रारंभ हुई थी। इंदौर उज्जैन में 15 मई तक समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जाना है। जबकि अन्य संभागों में 25 मई तक खरीदी होना है।

प्रदेश में 4 हजार से अधिक खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। इन सब खरीदी केंद्रों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। खरीदी केंद्रों पर 2 गज की दूरी पर गोले बनाए गए हैं। मास्क लगाकर ही किसानों को यहां आने दिया जा रहा है। खरीदी करने वाले तुलावटीए और अन्य अमला भी मास्क लगाकर बैठ रहा है। किसानों के लिए हाथ धोने के लिए साबुन और पानी का इंतजाम भी है और कई स्थानों पर सैनिटाइजर भी रखे गए हैं। इसके अलावा किसानों की ट्राली भी एक निश्चित दूरी पर खड़ी की जा रही है। किसानों के खरीदी केंद्रों पर इंतजार करने के लिए  छाव और पानी का इंतजाम भी किया गया है।