पोप फ्रांसिस बोले-शर्म की बात, दुख जताता हूं, फ्रांस के चर्चों में पादरियों ने 3,30,000 बच्चों का यौन शोषण किया,

नई दिल्ली

फ्रांस के चर्चों में 3 लाख 30 हजार बच्चों के साथ यौन शोषण हुआ था. एक रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है. अब मामले में पोप फ्रांसिस ने दुख व्यक्त किया है.

पोप फ्रांसिस ने फ्रांस में चर्च के अंदर हुए बड़ी संख्या में बाल यौन शोषण पर बुधवार को दुख जताया और कहा कि यह उनके एवं रोमन कैथोलिक चर्च के लिए ‘शर्मिंदगी’ की बात है. साथ ही उन्होंने पीड़ितों की जरूरतों को पूरा करने में विफलता की बात स्वीकार की. मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में बताया गया कि 1950 के बाद पादरी वर्ग एवं चर्च के दूसरे पदाधिकारियों ने करीब तीन लाख 30 हजार बच्चों का यौन उत्पीड़न किया.

पोप ने वेटिकन में अपने नियमित दर्शक वार्ता के दौरान बातचीत में शर्मिंदगी जताई. फ्रांसिस ने कहा, ‘दुर्भाग्य से यह बहुत बड़ी संख्या है. पीड़ितों ने जो दर्द एवं सदमा सहा, उस पर मैं दुख जताता हूं (French Catholic Church). यह मेरे लिए शर्म की बात है, हमारे लिए शर्म की बात है और यह चर्च की अक्षमता है.’ उन्होंने सभी बिशप और धार्मिक नेताओं से अपील की कि सभी आवश्यक कदम उठाएं ‘ताकि इस तरह की हरकत फिर से ना दोहराई जाए.’

70 साल तक हुआ यौन शोषण

रिपोर्ट में बताया गया है कि करीब तीन हजार पादरियों और कैथोलिक चर्च से जुड़े दूसरे अज्ञात लोगों ने बच्चों का यौन उत्पीड़न किया था (Child Abuse in the Church). निष्कर्षों को जारी करने वाले स्वतंत्र आयोग के अध्यक्ष ज्यां मार्क सावे ने मंगलवार को कहा कि कैथोलिक अधिकारियों ने 70 वर्षों तक हुए यौन शोषण को ‘चरणबद्ध तरीके’ से छिपाया. पीड़ितों ने 2500 पन्ने के दस्तावेज का स्वागत किया और फ्रांस के कैथोलिक बिशप संगठन के प्रमुख ने उनसे माफी मांगी.

6500 लोगों ने किए फोन

ये रिपोर्ट कमीशन के अध्यक्ष जीन-मार्क सॉवे ने जारी की है. पीड़ित संघ ‘पार्लर एट रिविवर’ (स्पीक आउट एंड लिव अगेन) के प्रमुख ओलिवियर सैविग्नैक ने जांच में योगदान दिया था. उन्होंने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि पीड़ित बच्चों की ये उच्च दर फ्रांस के समाज और कैथोलिक चर्च के लिए भयानक है (Child Abuse in French Catholic Church). कमीशन को रिपोर्ट तैयार करने में ढाई साल का वक्त लगा है. इसके लिए पीड़ितों और गवाहों के बयान सुने गए हैं. जब मामले की जांच शुरू की गई, तो हॉलाइन भी जारी की गई. जिसपर करीब 6500 लोगों के फोन आए. ये वो लोग थे, जो कथित तौर पर या तो पीड़ित थे या फिर पीड़ितों को जानते थे.