पेट्रोल, सीमेंट चौतरफा महंगाई के लिए जिम्मेदार प्रदेश सरकार – भाजपा का बड़ा आरोप

रायपुर

कांग्रेस ने पिछले ढाई वर्ष के कार्यकाल में दोमूहेपन और ग़लतबयानी का रिकॉर्ड कायम किया है. वह हर उस बात का ठीकरा भाजपा पर फोड़ने की कोशिश करती है जिसकी जिम्मेदार वह स्वयं होती है. इतनी अयोग्य, अक्षम और झूठी सरकार आजतक कभी नहीं देखी किसी ने. पेट्रोल-डीजल पर मूल्यवृद्धि भी इस का एक बड़ा उदाहरण है. मोदी जी ने बड़ा दिल दिखाते हुए 10रु डीजल पर व 5 रु पेट्रोल की कीमत कम कर एक बड़ा फैसला लिया है. इसके बाद प्रदेशों से भी यह अपेक्षा थी कि वह वैट कम कर जनता को राहत देगी लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस विषय पर भी केवल और केवल निम्नस्तरीय, निंदनीय राजनीति कर रहे हैं. यह दुखद है.

भारतीय जनता पार्टी साफ़-साफ़ तौर पर कांग्रेस को यह कहती है कि वह वैट की दर काफी कम कर जनता को राहत दे. प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने तब-तब ‘वैट’ कम कर जनता को राहत दी, जब जब बाहर कच्चे तेल के कीमतें बेतहाशा बढ़ी. जबकि दुखद यह है कि कांग्रेस ने सत्ता में आते ही सबसे पहले प्रदेश के तब की भाजपा सरकार द्वारा दी गयी इस छूट को ख़त्म कर दिया था. हम सब जानते हैं कि पेट्रोल व डीजल पर टैक्स का बड़ा हिस्सा राज्यों को सीधे मिलता है. 25 प्रतिशत तो सीधे वैट के रूप में और फिर 1/2 रुपया सेस के रूप में कांग्रेस ले रही है. सेस के पैसे का क्या करती है वह, यह भी नहीं बताती. इसके अलावा केंद्र प्रवर्तित विभिन्न योजनाओं में राज्यों को जो पैसे मिलते हैं, उसका एक बड़ा हिस्सा एक्साइज से आता है.
आज कोरोना काल में चाहे 85 करोड़ से अधिक लोगों तक आठ माह तक मुफ्त राशन उपलब्ध कराने का हो या देश भर में सवा सौ करोड़ से अधिक टीके मुफ्त लगाने का, प्रदेश के भी गरीबों के पक्के मकान, या घर-घर बिजली, स्वच्छ पानी, गैस, पहुचाने, सड़क का जाल बुनने की बात… ये तमाम काम केंद्र को करने होते हैं. इसके अलावा मनमोहन सिंह जी के समय का तेल बांड का हज़ारों करोड़ रूपये भी आजतक ब्याज के साथ भाजपा सरकार को भुगतना पड़ रहा है. आज छत्तीसगढ़ के किसानों का 61 लाख मीट्रिक टन चावल यानी लगभग एक करोड़ मीट्रिक टन धान खरीदने का निर्णय मोदी जी ने लिया है.

पेट्रोल-डीजल पर कुल टैक्स का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा वैट और एक्साइज पर राज्यांश के रूप में प्रदेश को ही मिलता है. फिर भी आप कांग्रेस सरकार का एक कोई काम बता दें जो इतने टैक्स और बेतहाशा क़र्ज़ आदि लेने के बाद भी वह कर पा रही हो. उलटे केंद्र के चावल में 15 सौ करोड़ का गबन कर लिया. प्रदेश के 11 लाख से अधिक गरीबों के सर से छत छीन लिया, मोदी जी द्वारा दिए पैसे से भी घर नहीं बनने दिया गरीबों का. समूचे प्रदेश में घर-घर शराब पहुचाने के बाद भी इस सरकार के पास विकास कार्यों के लिए चवन्नी नहीं बचता है. आखिर ये सारे पैसे कहां जा रहे? क्या जनता ने कांग्रेस को वोट यूपी-असम-बंगाल-बिहार चुनाव में पानी की तरह पैसा बहाने के लिए दिया है?
आज प्रदेश के ज़र्रे-ज़र्रे को कर्ज़दार बना दिया है कांग्रेस ने. टैक्स भी बढ़ा रही है, सेस भी ले रही है और क़र्ज़ भी. ये सारे पैसे विभिन्न प्रदेशों में कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ने के अलावा और कहां खर्च किया जाता है, आजतक उसका कोई हिसाब नहीं दिया जा रहा है. कांग्रस की गुटीय राजनीति का यह आलम है कि खुद संबंधित कैबिनेट मंत्री टी. एस. सिंहदेव कह रहे हैं कि वैट कम होना चाहिए लेकिन उस पर भी कुंडली मारे बैठी हुई है भूपेश सरकार. ऐसे में महंगाई पर कांग्रेस का प्रदर्शन बेशर्मी की पराकाष्ठा है. कांग्रेस किस मुह से प्रदर्शन कर रही है?
न केवल पेट्रोल में कीमत बढ़ा रही है भूपेश सरकार बल्कि आज कांग्रेस के कारण छतीसगढ़ चौतरफा महंगाई की मार झेल रहा है. बिजली का बिल आसमान छू रहा है. गलत बिल से लोग हलाकान हैं. लगभग 1200 करोड़ अतिरिक्त्त बोझ जनता पर बिजली के दाम बढ़ा कर यह डाल चुकी है. सीमेंट के दाम इनके अवैध वसूली के कारण दुगने हो गए हैं. 5 रूपये ट्रांसपोर्ट की कीमत बढ़ने का बहाना बना कर कांग्रेस की मिलीभगत से 80 से 100 रूपये तक सीमेंट की कीमत बढ़ा दी गयी है. ऐसे हर उत्पाद पर अन्य टैक्स के अलावा ‘भूपेश टैक्स’ भी लग रहा है. सीमेंट के दाम 330 रूपये प्रति बोरी तक जा पहुचा है. रेत माफियाओं से मिलीभगत कर 5000 की रेत 15000 में बिक रहा है.

भाजपा साफ़-साफ़ भूपेश सरकार को यह चेतावनी देती है कि वह जल्द से जल्द वैट घटा कर पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करे. सीमेंट और रेत आदि की दलाली करना छोड़े. अब बर्दाशत से बाहर हो रही है चीज़ें, शराब के लिए कोचियागिरी करना छोड़ कर कुछ कम करे कांगेस सरकार. काम नहीं कर पा रहे तो कम से कम बेशर्मी के साथ प्रदेश की जनता का दमन करना बंद करे. भारतीय जनता पार्टी सीधे-सीधे कांग्रेस को चेतावनी दे रही है कि बहुत हुआ गाल बजाना और डींगें हांकना, अगर जल्द से जल्द उसने वैट की दर को कम नहीं किया, जल्द से जल्द रेत-बिजली समेत तमाम महंगाई पर लगाम नहीं लगाया तो भाजपा तो लोकतांत्रिक तरीके से इस बेलगाम सरकार की ईंट से ईंट बजा देगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी कांग्रेस की होगी.

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