पाकिस्तान में चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर आत्मघाती विस्फोट, 9 की मौत 

बलूचिस्‍तान
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) का हिस्सा बनने वाली सड़क के निर्माण स्थल के पास शुक्रवार को जबरदस्‍त बम विस्फोट हुआ जिसमें एक बार फिर चीनी इंजीनियरों के एक काफिले को निशाना बनाया गया। रिपोर्ट से पता चलता है कि लगभग नौ चीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। बलूचिस्तान पोस्ट के अनुसार, पाकिस्तान के बंदरगाह शहर ग्वादर में हुए भीषण विस्फोट में कम से कम नौ चीनी नागरिक मारे गए हैं। रिपोर्ट से पता चलता है कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) का हिस्सा बनने वाली सड़क के निर्माण स्थल के पास विस्फोट में चीनी इंजीनियरों के एक काफिले को निशाना बनाया गया था। स्थानीय सरकार ने अभी तक विस्फोट से मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। 

खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में श्रमिकों को ले जा रही एक बस पर हुए हमले के लगभग एक महीने बाद विस्फोट की सूचना मिली है, जिसमें नौ चीनी नागरिकों और चार और लोगों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान ने शुरू में दावा किया था कि यह घटना एक यांत्रिक विफलता के कारण हुई जिससे गैस रिसाव हुआ। लेकिन चीनी पक्ष ने कहा कि बस एक विस्फोट की चपेट में आ गई। बता दें इससे पहले 14 जुलाई 2021 को पाकिस्तान के उत्तरी राज्य खैबर पख्तूख्वा में एक यात्रियों से भरी बस में बम विस्‍फोट हुआ था जिसमें 13 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में चीन के भी 9 नागरिक शामिल थे ये सभी इंजीनियर थे ओर ये सभी भी चाइना-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर परियोजना पर काम कर रहे थे। इस बम विस्‍फोट में एक पाकिस्तानी सैनिक की भी मौत हुई थी। 

हालांकि पाकिस्तान ने पहले बस में हुए विस्फोट को तकनीकी खराबी के कारण हुआ हादसा बताया लेकिन बाद में भारत पर आरोप लगाने लगा। उस समय चीनी इंजीनियरों को वर्क प्‍लेस पर ले जा रही बस को निशाना बनाते हुए आतंकियों ने धमाका किया था। जिसमें ये साफ नहीं हो पाया था कि विस्फोटक रोड पर कहीं रखा था या बस में ही कहीं लगाया गया था। इस बम धमाके के बाद बस एक गहरे नाले में जा गिरी, जिसके चलते बड़े पैमाने पर नुकसान भी हुआ था। पाकिस्‍तान में तब चीनी नागरिकों के मरने पर चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग आक्रोषित भी हुए थे। वहीं शुक्रवार को एक बार फिर इस परियोजना पर काम कर रहे चीनी इंजीनियरों को निशाना बनाया गया जिसमें लगभग 9चीनी नागरिकों के मारे जाने की सूचना है। हालांकि इस संबंध में खबर लिखे जाने तक आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया था।