पश्चिम यूपी के कई जिलों में गंगा का जलस्तर बढ़ा, आबादी में पहुंचा पानी

बुलंदशहर हापुड़
पहाड़ों और मैदानी क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के चलते मंगलवार को पश्चिमी यूपी के कुछ जिलों में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा। बुलंदशहर में जलस्तर बढ़ने के कारण अहार क्षेत्र में आबादी में गंगा का जल घुस गया। हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई। हापुड़ में कई गांवों का संपर्क भी कट गया। फिलहाल प्रशासन ने बाढ़ चौकी अलर्ट कर दी हैं।  गंगा के खादर क्षेत्र में खड़ी हजारों बीघा फसलें बाढ़ के पानी में डूब गई हैं। बुलंदशहर के कस्बा अहार में आबादी तक बाढ़ का पानी घुस जाने से खादरवासियों में भय व्याप्त है। बाढ़ का पानी कस्बा अहार की आबादी तक पहुंच गया है। घरों की दीवारों से टकरा रहे बाढ़ के पानी को देखते हुए परिवार सहमे हुए हैं। वहीं, बाढ़ ने सिद्ध बाबा गंगा घाट की ओर जाने वाले रास्ते एवं गांव मढ़िया फतेहपुर से गंगा घाट की ओर जाने वाले रास्ते को पूरी तरह अपने कब्जे में ले लिया है और दोनों रास्ते पानी में डूबे हुए है। किसानों की फसलों में बाढ़ का पानी भरा खड़ा है जिससे फसलें खराब होने के कगार पर पहुँच गयी है। बाढ़ से पशुपालको के सामने पशुओं को चारा लाने की समस्या खड़ी हो गयी है। उधर, हापुड़ के गढ़ में भगवंतपुर, नयागांव घेर, कुदैनी की मडैया, शाकरपुर, रामपुर न्यामतपुर मडैया, लठीरा नयाबांस, गड़ावली की आबादी के पास गंगा पहुंचकर हिलौरे लगा रही है। कुदैनी की मडैया की आबादी में परिषदीय स्कूल में जल भराव हो गया, तो मेला मार्ग पर मरम्मत करा रहे नवोदय विद्यालय में भी जल भराव हो गया है।     

हापुड़ के कई गांवों का संपर्क टूटा, हजारों बीघे फसल जलमग्न
हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में मंगलवार को गंगा का जल स्तर 12 सेमी कम हो गया, बावजूद इसके बाढ़ के कारण दो दर्जन गांवों का जनसंपर्क टूटा हुआ है। साथ ही हजारों बीघा फसल पानी में लबालब है। पिछले सप्ताह गंगा का जल स्तर समुन्द्र तल से 198.30 चल रहा था। जलस्तर बढ़ता है तो गंगा किनारे के निचले हिस्से की और बढ़ता है। गंगा के बाढ़ जैसे हालात में कुदैनी, शाकरपुर, अब्दुल्लापुर, रामपुर न्यामतपुर, लठीरा, मेला मार्ग 3 किमी, कांकाठेर की मडैया की सड़कों पर पानी दौड़ा तो सड़कें टूट गई और तेज बहाव में सड़कें बह गई।