नक्सली कर रहे मनरेगा से फंडिंग ! तेंदूपत्ता व्यापारियों से भी की गई फंडिंग…. दर्रेकसा दलम फिर हुआ सक्रिय

राजनांदगांव। बसंत शर्मा

जिले में एक बार फिर नक्सली सक्रिय होते नजर आ रहे है. इस बार नक्सली अपना पैटर्न बदलते हुए दिखाई दे रहे है. दर्रेकसा दलम लगभग एक सप्ताह से बाघनदी से लेकर गढ़चिरौली तक तीन से चार टुकड़ियों बट गया है. नक्सलियों द्वारा दिन में आराम कर रात में गांव में बैठक लेने की जानकारी सामने आ रही है.

विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नक्सली मनरेगा में काम कर रहे ग्रामीणों से फंडिंग कर रहे है. साथ ही साथ गांव में बैठक भी ले रहे है. घोर जंगली क्षेत्र होने के चलते नक्सली इसका फायदा भी उठा रहे है और तीन से चार की टुकड़ियों में बटकर पुलिस  को भी चकमा देने में भी कामयाब नजर आ रहे है. नक्सली ग्रामीणों से दैनिक उपयोग की चीजे तो ले जाते ही थे इस बार पैटर्न बदलते हुए मनरेगा में काम करने वालो से फंडिंग की बाते भी सामने आ रही है. जिस प्रकार से नक्सली सक्रिय होते नजर आ रहे है उससे ऐसा लग रहा है कि किसी बड़ी वारदात को अंजाम तो नही देना चाह रहे है. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नक्सली नेशनल हाइवे से जंगल की ओर अपना नया ठिकाना बनाने में लगे हुए है.

तेंदूपत्ता व्यापारियों से भी की गई फंडिंग

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नक्सली हर साल गर्मियों के दिनों में तेंदूपत्ता के सीजन में व्यापारियों से लम्बी फंडिंग करने आते है. इस बार भी कुछ व्यापारियो द्वारा फंडिंग की जानकारी सामने आ रही है. लेकिन तेंदूपत्ता व्यापारी इस सम्बन्ध में चुप्पी साधे नजर आ रहे है. सूत्र बता रहे है कि दर्रेकसा दलम द्वारा विगत दिनों व्यापारियो की बैठक भी ली थी, लेकिन इसका खुलासा नही हो पा रहा है.

कैम्प खुलने से बैकफूट पर नक्सली

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने के लिए और ग्रामीणों की सुरक्षा के मद्देनजर जगह- जगह कैम्प खोले गए है और कुछ नए कैम्प खोलने की तैयारी भी चल रही है. जिसमे पुलिस को कई बड़ी सफलता भी मिली है, जिसके चलते नक्सली बैकफूट पर नजर आ रहे है.

सर्चिंग बढ़ाई गई है- सिंह

इस सम्बन्ध में एसपी संतोष सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ – महाराष्ट्र बार्डर पर लगातार सर्चिंग की जा रही है. नक्सलियो के हर एक मूमेंट पर नजर बनाए हुए है. रही बार फंडिंग तो अभी तक कोई भी शिकायत सामने नही आई है.