नई दिल्ली,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे के बाद बचाव अभियान में शामिल लोगों के बहादुरी भरे प्रयासों की पूरा देश सराहना कर रहा है। प्रधानमंत्री ने अभियान में शामिल अनेक एजेंसियों के कर्मियों और सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों से बातचीत के दौरान इस कवायद को ‘सबका प्रयास’ का उदाहरण बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संकट ने साफ कर दिया है कि जब भी देश पर कोई विपदा आती है तो सब इससे निपटने के लिए मिलकर प्रयास करते हैं और सामूहिक प्रयासों के कारण घटना के बाद फंसे लोगों को निकालने में मदद मिली। मोदी ने कहा कि बचाव अभियान संवेदनशीलता, बुद्धिमानी और बहादुरी का उदाहरण है।
India applauds the heroic efforts of those involved in rescue operation at Deoghar. https://t.co/IYiQhVjI0G
— Narendra Modi (@narendramodi) April 13, 2022
देवघर में त्रिकुट पहाड़ियों पर रविवार को रोपवे की ट्रॉलियां टकराने के कारण हुए हादसे के बाद 60 से अधिक पर्यटक 46 घंटे से अधिक समय तक केबल कारों में फंसे रहे थे। इन पर्यटकों को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना, सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), NDRF और जिला प्रशासन के संयुक्त दलों ने अभियान चलाया था। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी।
मोदी ने कहा कि देश को इस बात पर गर्व है कि उसके पास सेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और पुलिस बल के रूप में इतना कुशल बल है जिसके पास देश के लोगों को हर संकट से सुरक्षित निकालने की क्षमता है। विभिन्न एजेंसियों के बचाव कर्मियों ने मोदी के साथ अपने अनुभव साझा किये।
पूरा देश लोगों की बहादुरी की प्रशंसा कर रहा है- नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री ने उनसे इसका (घटना का) दस्तावेजीकरण करने को कहा ताकि भविष्य में इसका उल्लेख किया जा सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश देवघर में बचाव अभियान में शामिल लोगों के बहादुरी भरे प्रयासों की प्रशंसा कर रहा है।
मोदी ने दुख जताते हुए कहा कि हादसे के बाद तीन लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी। उन्होंने कहा, ‘‘मृतकों के परिजनों के प्रति हमारी गहन संवेदनाएं हैं।’’ उन्होंने घायलों के भी जल्द स्वस्थ होने की कामना की। मोदी ने बचाव कर्मियों से कहा, ‘आपने तीन दिन तक लगातार काम करके कठिन बचाव अभियान को पूरा किया और देश के अनेक लोगों की जान बचाई।
ऑनलाइन संवाद के दौरान उपस्थित गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अनेक एजेंसियों ने न्यूनतम नुकसान के साथ बचाव अभियान को आपसी तालमेल से पूरा किया।