दिलीप घोष के बयान पर TMC बोली- भड़काऊ बयान के लिए जल्द हो गिरफ्तारी 

कोलकाता
पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को सीतलकूची घटना को लेकर ऐसा बयान दिया कि विवाद होने लगा है। असल में दिलीप घोष ने कहा कि 'अगर सीतलकूची में मारे गए 'शरारती' लड़कों की तरह फिर कोई कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा तो विधानसभा चुनावों के अगले चरण में भी कूचबिहार की तरह हत्याएं हो सकती हैं।' बीजेपी नेता दिलीप घोष के इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और सीपीएम ने गिरफ्तारी की मांग की है। टीएमसी और सीपीएम ने कहा है कि दिलीप घोष को इस भड़काऊ भाषण के लिए जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए। 

वहीं सीपीएम ने कहा कि दिलीप घोष के बयान से बीजेपी के फासीवादी चेहरे का पता चलता है। टीएमसी के सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, दिलीप घोष ने जिस तरह का भड़काऊ बयान दिया है, उसके लिए हम उनकी गिरफ्तारी की मांग करते हैं। दिलीप घोष के बयान से चुनावों के वक्त गोली चलाने वालों का मनोबल बढ़ेगा और मतदाताओं की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। वहीं यादवपुर विधानसभा सीट से सीपीएम उम्मीदवार और वाम मोर्चा के नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि दिलीप घोष गैर जिम्मेदाराना बयान देते हैं। उनके इस बयान ने बीजेपी के फासीवादी चेहरे को सामने ला दिया है। पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, 'दिलीप घोष (पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख) बिल्कुल भी एक समझदार व्यक्ति नहीं हैं। उनसे समझदारी भरे बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती है। 

वो एक 'गैर-समझदार' नेता हैं।' फिरहाद हकीम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, ''न तो बूथ कैप्चरिंग और न ही सीतलकुची में कोई हमला हुआ। लेकिन अमित शाह की पुलिस ने अल्पसंख्यक समुदाय को डराने के लिए गोली चला दी। वे चुनाव जीतने के लिए बंगाल का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं लेकिन वे सफल नहीं होंगे। बंगाल के लोग बुद्धिमान हैं।''