‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ को रिलीज हुए 26 साल हो गए, काजोल और शाहरुख खान ने सिल्वर स्क्रीन पर ऐसा जादू बिखेरा

मुंबई 

शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) और काजोल (Kajol)  स्टारर फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ (Dilwale Dulhania Le Jayenge) को रिलीज हुए 26 साल हो गए. 20 अक्टूबर 1995 में रिलीज हुई आदित्य चोपड़ा (Aditya Chopra) की डीडीएलजे ने शाहरुख को किंग ऑफ रोमांस बना दिया था. शाहरुख और काजोल ने राज और सिमरन का रोल प्ले कर सिल्वर स्क्रीन पर ऐसा जादू बिखेरा, जिसकी गिरफ्त में आज भी सिनेप्रेमी हैं. ब्लॉकबस्टर रही इस फिल्म ने कई फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किए थे. फिल्म की सफलता ने शाहरुख के करियर में चार चांद लगा दिया. लेकिन राज के रोल के लिए शाहरुख से पहले सैफ अली खान को ऑफर मिला था.

फिल्म जब रिलीज हुई तो फिल्म के लीड एक्टर के साथ-साथ सभी किरदार पॉपुलर हो गए. हालांकि फिल्म बनाते समय किसी ने नहीं सोचा था कि फिल्म आइकॉनिक बन जाएगी. मीडिया की खबरों के मुताबिक,  यश चोपड़ा ने जब ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ बनाने की सोची तो लीड एक्टर के तौर पर उन्हें सैफ अली खान को लेने का सोचा, क्योंकि उन्हें लगा कि इंडो अमेरिकन अफेयर की इस कहानी में सैफ फिट बैठेंगे, लेकिन सैफ ने फिल्म करने से किसी वजह से इनकार कर दिया और ऐसे फिल्म शाहरुख खान को मिल गई. इस फिल्म के रिलीज ने शाहरुख को पॉपुलैरिटी के उस मुकाम पर पहुंचा दिया,जहां हर लड़की अपने सपनों का राजकुमार राज की तरह ही पाने का ख्वाब देखने लगी

दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ के एक-एक सीन और डायलॉग पर थियेटर में बैठे दर्शकों ने जमकर तालियां बजाई थीं. चाहे अमरीश पुरी का अपनी बेटी सिमरन से कहना कि ‘जा सिमरन जा..जी ले अपनी जिंदगी’. हो या फिर रेलवे स्टेशन पर शाहरुख का बोला  ‘पलट’ वाला डायलॉग ऐसा हिट हुआ था कि लड़के अक्सर लड़कियों को बोलते सुने गए.

फिल्म के सारे गाने इतने मेलोडियस हैं कि आज भी लोग जरा सा झूमने पर मजबूर हो जाते हैं. ‘मेंहदी लगा के रखना, डोली सजा के रखना’  के बिना तो किसी लड़की की शादी पर मेहंदी का फंक्शन अधूरा लगता है. जतिन-ललित के म्यूजिक और आनंद बख्शी के लिरिक्स को जब लता मंगेशकर, आशा भोसले, उदित नारायण, कुमार सानू और अमिताभ भट्टाचार्य की आवाज मिली तो इतिहास रच दिया. सभी गानों को बेहद शानदार तरीके से फिल्माया भी गया था.