रायपुर
लगभग दस दिनों बाद बारिश हुई है,लेकिन वह भी कुछ देर के लिए जिससे बारिश थमते ही तेज उमस ने लोगों को परेशान कर दिया। फिलहाल कोई बड़ा सिस्टम नहीं है जिससे बारिश के आसार बने इससे किसानों की चिंता भी बढ़ रही है। मौसम विभाग की माने तो अगले दिनों में हल्की बारिश की संभावना बन रही है।
मौसम विज्ञान विभाग ने पिछले सप्ताह बताया था, उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और उसके आसपास एक निम्न दाब का क्षेत्र बना हुआ है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 4.5 किमी की ऊंचाई तक स्थित है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, जयपुर, निम्न दाब के केन्द्र डाल्टनगंज, दीघा और उसके बाद पूर्व- दक्षिण-पूर्व की ओर होते हुए उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पश्चिम बंगाल और उससे लगे बांग्लादेश के ऊपर 2.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। इन दो सिस्टम के बीच खींचतान चल रही है। इसकी वजह से छत्तीसगढ़ के आसमान में बादल रहने के बावजूद बरसात के अनुकूल परिस्थिति नहीं मिल रही है। 10-11 अगस्त के बाद मध्य प्रदेश के ऊपर बना सिस्टम कमजोर हो जाएगा। जिसके बाद बंगाल की खाड़ी में प्रभावी सिस्टम रहा तो छत्तीसगढ़ में भारी बरसात की संभावना बनेगी। मौसम विभाग ने बताया, कल वह सिस्टम कमजोर हो गया।
रायपुर मौसम केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, मानसून द्रोणिका फिरोजपुर से अरुणाचल प्रदेश तक 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थित है। एक निम्न दाब का क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर स्थित है। इसके साथ ही ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 11 अगस्त को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड?े की संभावना बन रही है।