दतिया में फिर बाढ़ का खतरा, सिंध नदी करीब 8 फीट ऊपर, लोगों ने लगाया जाम

दतिया
मध्य प्रदेश के दतिया जिले में फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. शिवपुरी के डैम से पानी छोड़े जाने के बाद रविवार को सिंध नदी का जल स्तर एक बार फिर से तेजी से बढ़ा. जिले के लांच इलाके में सिंध नदी का जल स्तर करीब करीब 8 फीट तक बढ़ गया. अगर जल स्तर थोड़ा और बढ़ा तो पानी सड़क के पार निकल जाएगा. इसे लेकर गांववाले फिर डर गए हैं. अंडोरा सहित कुछ गांव के लोग घरों की ओर लौटने लगे थे, लेकिन अब वे चिंता में पड़ गए हैं. जिला प्रशासन बढ़ते जल स्तर को लेकर अलर्ट मोड पर है.

दूसरी ओर, बाढ़ पीड़ितों ने रविवार को गोराघाट-इंदरगढ़ मार्ग पर जाम लगा दिया. बाढ़ के कारण सुनारी और पाली गांवों के बाढ़ पीड़ित राहत कैम्प में प्रशासन की व्यवस्थाओं से नाराज हो गए. प्रशासन ने इन पीड़ितों के लिए किसी भवन की व्यवस्था न करके मात्र एक टैंट ही लगाया है. अगर बारिश हो गई तो इनके पास भीगने के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा. इसके अलावा जिला प्रशासन का कोई अधिकारी राहत कैम्प में नहीं पहुंचा, जिसे ये पीड़ित अपना दर्द सुना सकें. शिविर में जो खाना बंट रहा है वह भी अपर्याप्त है और उसकी गुणवता भी सही नहीं है.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में आई भीषण बाढ़ पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि ये भयानक प्राकृतिक आपदा है. मैंने अपनी जिंदगी में जितना अनुभव लिया है, उसके हिसाब से ये भयानक है. जब मैं कल गांव-गांव गया तो त्रासदी देखी. ऐसी भयानक त्रासदी मैंने भी अपने जीवन में नहीं देखी. मकान पूरी तरह ढहकर मलबों में बदल गए हैं. मुख्यमंत्री शुक्रवार को बैठक को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भीषण बाढ़ में हजारों मकान ढेर हो गए. घरों में रखा सामान नष्ट हो गया. अनाज अंकुरित हो गया. बर्तन-भाड़े-कपड़े, जरूरत का सामान सब नष्ट हो गया, मवेशी बह गए. कई परिवार ऐसे हैं जिनके पास कुछ नहीं बचा. उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत के कामों के लिए हमारे प्रभारी मंत्री व स्थानीय मंत्री काम कर रहे हैं. हमारा इंफ्रास्ट्रक्टर बर्बाद हो गया. बिजली, बिजली के सब स्टेशन, बिजली के खंभे, टेली कम्यूनिकेश की सब व्यवस्था, सड़के, पुल, भयानक सब तबाह हो गया.