लखनऊ
यूपी में सीरियल ब्लास्ट करने के बाद मिनहाज, मुशीर व उसके अन्य साथियों को किस रास्ते से और किस साधन से भागना है, यह सब कमाण्डर ने तय कर रखा था। उसने बाकायदा भागने के रास्ते का नक्शा तैयार कर लिया था और इस बारे में मिनहाज को जल्दी ही बताने को कहा था। कमाण्डर ने मिनहाज से पूरी साजिश का खुलासा नहीं किया था। इस आपरेशन की पूरी जानकारी देने के लिये ही वह आने वाला था।
माना जा रहा है कि आपरेशन के एक-दो दिन पहले ही वह साजिश का खुलासा मिनहाज व मुशीर से करता। इस मुलाकात के दौरान ही यह भी तय होना था कि मानव बम से विस्फोट कराया जायेगा तो कौन मानव बम बनेगा। अगर मानव बम वाला प्लान कैंसिल होता है तो विस्फोट कैसे और कहां किया जायेगा, यह भी मुलाकात के दिन ही तय किया जाना था।
आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में पकड़े गये मिनहाज व मुशीर से रिमाण्ड के तीसरे दिन भी कई घंटे तक पूछताछ की गई। एटीएस के अफसरों का कहना है कि ये लोग खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं। सवालों के अजीबोगरीब जवाब देकर टीम को उलझा रहे हैं। एक ही सवाल को कई बार घुमा-फिरा कर पूछने से कई तथ्य सामने आ रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि मिनहाज व मुशीर के कुछ दस्तावेजों से भी काफी जानकारी मिली है। साथ ही अब तब की पूछताछ में कमाण्डर से जुड़े कई तथ्य उसने बताये थे।