नई दिल्ली
वित्तवर्ष 2020-21 में जीडीपी में 7.3 प्रतिशत की गिरावट के बाद कांग्रेस ने इसको लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस सांसद पी. चिदंबरम ने मंगलवार को कहा, वित्तवर्ष 2020-21 में जीडीपी 2018-19 से भी कम रही है। 2020-21 चार दशकों में भारतीय अर्थव्यवस्था का सबसे बुरा साल रहा है। इसकी कहानी 2020-21 की चारों तिमाहियों में जीडीपी का प्रदर्शन खुद कह रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने कहा कि अर्थव्यवस्था तो 2020-21 में चार दशक में सबसे खराब हालत में पहुंच ही गई है।
सबसे ज्यादा चिंता की बात तो ये है कि प्रति व्यक्ति जीडीपी एक लाख रुपए से नीचे गिरकर 99,694 हो गया है। पिछले साल की तुलना में ये -8.2 फीसदी की गिरावट है। उन्होंने कहा कि हम इस बात को नहीं नकार सकते कि अर्थव्यवस्था की इस बुरी स्थिति की वजह कोरोना से पड़े प्रभाव भी हैं लेकिन सिर्फ महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था पटरी से नहीं उतरी है। अर्थव्यवस्था कोरोना से पहले ही कमजोर होने लगी थी और इसकी वजह केंद्र की एनडीए सरकार की अक्षमता और आर्थिक प्रबंधन की विफलता है।
सरकार ने जारी किए हैं जीडीपी के आंकड़े सरकार ने सोमवार को वित्तवर्ष 2020-21 के जीडीपी के आंकड़े जारी किए हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार 2020-21 में जीडीपी में 7.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़ों के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था के आकार में 2020-21 के दौरान 7.3 प्रतिशत संकुचन हुआ, जबकि इससे पिछले वित्तवर्ष में अर्थव्यवस्था चार प्रतिशत की दर से बढ़ी थी।