दिल्ली,
मंडाविया 31 अगस्त की रात दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में अनिल रादडिया बन कर इलाज कराने पहुंच गए. अस्पताल की व्यवस्था और इलाज से मांडविया इतने प्रभावित हुए कि इलाज करने वाले डॉक्टर को आज बुला कर मंत्रालय में सम्मानित किया. मांडविया 31 अगस्त की रात तकरीबन 11-11:30 बजे अस्पताल पहुंचे थे. मांडविया ने डॉक्टर को संबोधित करते हुए लिखा, ‘मुझे खुशी है कि आपने बहुत अच्छे ढंग से मुझसे बातचीत की, मेरी समस्याओं को समझा, मेरी दिक्कतों के बारे में अपनी डायग्नोसिस दी और मेरा इलाज किया. मैंने पाया कि आपका यह सेवा भाव सीजीएचएस के डॉक्टर से अपेक्षित व्यवहार के अनुकूल था. इसके लिए मैं आपकी सराहना करता हूं.’
स्वास्थ्य मंत्री जब मरीज बन कर पहुंचे अस्पताल
मांडविया आगे पत्र में लिखते हैं कि आपकी विनम्रता, कर्तव्यनिष्ठा, विशेषज्ञता और अपने कर्म के प्रति समर्पण सीजीएचएस के तहत देश भर में काम कर रहे डॉक्टरों और अन्य डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रेरणा देने वाली है. अगर देश के सभी सीजीएचएस डॉक्टर, अन्य डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी अपने यहां आने वाले मरीजों का इलाज इसी संवेदना के साथ करें तो हम सब मिलकर प्रधानमंत्री मोदी जी के ‘स्वस्थ भारत’ का सपना पूरा कर पाएंगे. मंत्री ने आगे लिखा है कि पूरी उम्मीद है कि आप आगे भी इसी सेवा भाव और समर्पण के साथ काम करते रहेंगे.
डॉक्टर को स्वास्थ्य मंत्री ने किया सम्मानित
मंत्री ने आगे लिखा है कि पूरी उम्मीद है कि आप आगे भी इसी सेवा भाव और समर्पण के साथ काम करते रहेंगे और बेहतर इलाज के माध्यम से लोगों को स्वस्थ जीवन देते हुए राष्ट्र सेवा का काम करेंगे. आपको बहुत- बहुत शुभकामनाएं.
CGHS सेवा की व्यवस्था को परखने के लिये मैं एक सामान्य रोगी बनकर दिल्ली की एक डिस्पेंसरी में गया।
मुझे खुशी हुई कि वहां कार्यरत चिकित्सक अरविंद कुमार जी की ड्यूटी के प्रति कर्तव्यनिष्ठा और उनका सेवा भाव प्रेरित करने वाला है।अपने कार्य के प्रति उनके समर्पण की मैं सराहना करता हूँ। pic.twitter.com/xxdM2WWGvS
— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) September 2, 2021