नई दिल्ली,
थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने चीन और पाकिस्तान की ओर से पेश राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर गुरुवार को कहा कि भारत अभी भविष्य की लड़ाइयों के कुछ ट्रेलर देख रहा है। आर्मी चीफ ने साथ ही कहा कि उसके विरोधी अपने रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के प्रयास लगातार जारी रखेंगे। जनरल नरवणे ने एक संगोष्ठी को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि भारत ‘अलग तरह की, कठिन तथा बहु-स्तरीय’ सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है और उत्तरी सीमा पर घटनाक्रम ने पूरी तरह से तैयार और सक्षम बलों की जरूरत को रेखांकित किया है।
टेक्नॉलजी के इस्तेमाल पर भी आर्मी चीफ ने दिया जोर
आर्मी चीफ ने देश की संप्रभुता और अखंडता सुरक्षित रखने में बल की मदद के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर भी जोर दिया। चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बिना थल सेना प्रमुख ने कहा कि परमाणु-क्षमता से लैस पड़ोसियों के साथ सीमा विवाद साथ ही राज्य प्रायोजित छद्म युद्ध ने सुरक्षा तंत्र एवं संसाधनों के समक्ष चुनौतियां बढ़ा दी हैं। उन्होंने कहा कि सेना अपने बलों के ‘पुनर्गठन, पुनर्संतुलन और पुनर्विन्यास’ पर ध्यान केंद्रित कर रही है और प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है और बल त्रि-सेवा एकीकरण सुनिश्चित करने के लिए ‘थियेटर कमान पहल’ (सेना के तीनों अंगों का साथ मिलकर काम करना) को लेकर प्रतिबद्ध है।
General MM Naravane #COAS & Patron #CLAWS delivered the Inaugural Address at #IndianArmy International Webinar ‘PRAGYAN CONCLAVE 2022’, organised by #CLAWS on ‘Contours of Future Wars & Countermeasures’.#IndianArmy#InStrideWithTheFuture#AmritMahotsav pic.twitter.com/ucv0RfZDZr
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) February 3, 2022
हम अभी भविष्य के संघर्षों का ट्रेलर देख रहे हैं’
जनरल नरवणे ने कहा, ‘हम अभी भविष्य के संघर्षों का ट्रेलर देख रहे हैं। सूचना के क्षेत्र, नेटवर्क और साइबर स्पेस में भी हमें इसके सबूत दिखाई दे रहे हैं। विवादित सीमाओं पर भी ये सब दिखाई दे रहा है। इन ट्रेलर्स के आधार पर हमें भविष्य के लिए तैयार होना होगा। यदि आप आस पास देखेंगे, तो आपको आज की वास्तविकता का एहसास होगा।’ सेंटर फॉर लैंड वारफेयर स्टडीज (CLAWS) द्वारा आयोजित संगोष्ठी में वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और कई देशों के रक्षा अताशे ने भाग लिया।
LoC पर सीजफायर को लेकर पर भी बोले आर्मी चीफ
जनरल नरवणे ने कहा कि अफगानिस्तान के घटनाक्रम ने फिर से छद्म और राज्य से इतर तत्वों के इस्तेमाल पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने कहा, ‘हमारे विरोधी अपने रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे।’ चीन का परोक्ष संदर्भ में उन्होंने यह भी कहा कि कुछ देश विश्व स्तर पर स्वीकृत मानदंडों और नियम-आधारित व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम को लेकर थल सेना प्रमुख ने कहा कि यह जारी है ‘क्योंकि हमने मजबूत स्थिति के साथ बातचीत की है।
आर्मी चीफ नरवणे ने दिया इजरायल का उदाहरण
आर्मी चीफ ने यह भी कहा कि ‘थिएटर कमान’ के माध्यम से तीनों सेवाओं के एकीकरण की प्रक्रिया पहले से ही एक समयबद्ध योजना के तहत आगे बढ़ रही है और भारतीय सेना इस परिवर्तन के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘हम इन परिवर्तनों के लिए अपने परिचालन अनुभवों को और मजबूत कर रहे हैं और यह कार्य प्रगति पर रहेगा।’ आधुनिक तकनीक के महत्व के बारे में थल सेना प्रमुख ने पिछले साल इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का हवाला दिया और कहा कि इसने कृत्रिम बुद्धिमत्ता की शक्ति को मजबूती से रेखांकित किया है।