नई दिल्ली
कोरोना महामारी के बुरे दौर में भी शेयर बाजार निवेशकों की चांदी है। बहुत सारी कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। वहीं, निवेशकों को कमाई कराने में बड़ी कंपनियों को पेनी स्टॉक (सस्ते शेयर) ने काफी पीछे छोड़ दिया हे। बीते छह महीने में कई पेनी स्टॉक ने निवेशकों को 500 फीसदी से लेकर 1000 फीसदी तक रिटर्न दिया है। हालांकि, बाजार विशेषज्ञ ताबड़तोड़ पेटी स्टॉक में मिल रहे रिटर्न को चेता रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले दो दशकों में एक हजार से ज्यादा सूचीबद्ध कंपनियां शेयर बाजार से गायब हो चुकी हैं। इनका बड़ा हिस्सा पेनी स्टॉक का ही है। कोरोना संकट के बीच बाजार रिकॉर्ड हाई पर पहुंच चुका है लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार आना बाकी है। ऐसे में निवेशकों के लिए पेनी स्टॉक बड़ा नुकसान का कारण बन सकता है। ऐसा इसलिए कि पेनी स्टॉक में हेरफेर करना आसान होता है, क्योंकि एक तो इनकी खरीद-फरोख्त बहुत कम होती है, दूसरे इनका बड़ा हिस्सा कुछ निवेशकों या प्रमोटर्स के हाथ में होता है। इसके कारण इसमें तेज उछाल और गिरावट देखने को मिलता है। छोटे निवेश अधिक रिटर्न पाने के चक्कर में इनमें निवेश तो कर देते हैं, लेकिन जब इनमें गिरावट आता है तो वह अपना पैसा निकाल नहीं पाते हैं। इससे उनको बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है।