छत्तीसगढ़ में विलुप्त हो रहे खेलों को पुर्नजीवित करने का माध्यम है छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक: विधायक  बृहस्पत सिंह

नन्दु कुशवाहा/ बलरामपुर

 

आधुनिक परिवेश में विलुप्त होते जा रहे छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों से नई पीढी़ को अवगत कराने के उदे्शय से स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय के खेल मैदान में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2022-23 नगरीय कलस्टर स्तरीय एक दिवसीय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं रामानुजगंज विधायक  बृहस्पत सिंह के मुख्य आतिथ्य में किया गया। इस दौरान कलेक्टर  विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक  मोहित गर्ग, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव, नगर पालिका अध्यक्ष बलरामपुर श्रीमती सुन्दरमणी मिंज, उपाध्यक्ष नवीन गुप्ता, जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। विधायक  बृहस्पत सिंह ने प्रतियोगिता की शुरूआत रामानुजगंज व बलरामपुर के मध्य टॉस कर खो-खो खेल से की।
सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं रामानुजगंज विधायक  बृहस्पत सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विलुप्त हो रहे खेलों को पुर्नजीवित करने तथा पारंपरिक खेलों के माध्यम से लोगों में मान-सम्मान जगाने का काम मुख्यमंत्री  भुपेश बघेल ने किया है, उन्होंने “खेलबो छत्तीसगढ़ बढ़बो छत्तीसगढ़” के नारे के साथ, नगरीय क्षेत्रों से आये प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में गिल्ली डंडा, लंगडी दौड,़ कबड्डी, खो-खो, रस्साकशी, बाटी, फुगडी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ लंबी कूद जैसे 14 प्रकार के खेल सम्मिलित हैं और आज आयोजित इस खेल प्रतियोगिता में जिले के पांच नगरीय क्षेत्रों से आये 18 वर्ष से कम तथा 18 वर्ष से 40 वर्ष आयु वर्ग के महिला एवं पुरूष प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।