छत्तीसगढ़िया ओलंपिक : बच्चों से कम नहीं 70 वर्षीय बंसीलाल, एक पैर से गेड़ी चलाने के अंदाज ने किया सभी को आकर्षित

रायपुर

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक ने बच्चों, युवा, बुज़ुर्गो में नया उत्साह भर दिया है, बच्चों और युवाओं ने मोबाइल गेम छोड़ कर अपने पारम्परिक खेलों का आनंद लिया वही पारम्परिक खेलों के इस भव्य आयोजन ने बजुर्गो में भी नया उत्साह भर दिया है और उन्हें फिर से उनके बचपन से जोड़ दिया है।

राजधानी रायपुर के सुभाष स्टेडियम में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के जिला स्तरीय खेलों में भाग लेने आए धरसीवां ब्लॉक के ग्राम रैता के बंसी लाल वर्मा की उम्र भले 70 वर्ष है पर खेलों के लिए उनका उत्साह किसी बच्चे से कम नहीं है। उनका कहना है की छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के आयोजन से वो बहुत खुश है, आज की  नई पीढ़ी ने भी  अपने पारंपरिक खेलों को जाना है और  अब उन्हें इन खेलों को सीखना भी चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए साथ ही ओलंपिक खेलों को भी आगे बढ़ाना चाहिए।

बंसीलाल जी एक पैर से भी गेड़ी चढ़ते है, उनके एक पैर से गेड़ी पर चलने के  करतब ने स्टेडियम में मौजूद सभी लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया। आज मोबाइल के दौर में लोग हमारे परंपरागत खेलों को भूलते जा रहे थे पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के आयोजन से सभी वर्गों के लोगों में निश्चित रूप से नई ऊर्जा का संचार हुआ है।