चारधाम यात्रा स्थगित होने के बाद भी पहुंच रहे श्रद्धालु, बिना दर्शन लौटने को मजबूर हो रहे यात्री 

 बड़कोट  
कोरोना महामारी के कारण तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार द्वारा चार धाम यात्रा पर अभी प्रतिबंध लगाया हुआ है। बावजूद इसके हर रोज 10-15 तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए बड़कोट पहुंच रहे हैं। यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को कोविड-19 के तहत दिए गए निर्देशों का अनुपालन करते हुए पुलिस द्वारा यात्रियों को समझा-बुझाकर वापस भेजा जा रहा है। आपको बता दें कि कोरोना केसों के बीच सरकार ने गंगाेत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ सहित बदरीनाथ धाम में दर्शन पर रोक लगाते हुए चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया था। बीती 14 मई को अक्षय तृतीया के पर्व से यमुनोत्री धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खुले हुए हैं और यमुनोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों द्वारा मां यमुना की पूजा अर्चना की जा रही है। लेकिन, कोरोना महामारी के कारण चार धाम यात्रा को प्रतिबंधित किया गया है।

जिसके कारण तीर्थयात्री चार धाम यात्रा पर नही कर पा रहे हैं और जो भी यात्री अनजाने में चारधाम की यात्रा पर पहुंच रहे हैं, उन्हें कोविड गाइड लाइन के अनुसार सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए पुलिस कर्मियों द्वारा समझा बुझा कर वापस भेजा जा रहा। बड़कोट थाना प्रभारी निरीक्षक डीएस कोहली का कहना है कि हर रोज कोई न कोई यात्री व पर्यटक यमुनोत्री धाम की यात्रा पर जाने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। बुधवार को भी अलग-अलग टीमों में 10-12 लोग यमुनोत्री धाम की यात्रा करने जा रहे थे। जिन्हें पुलिस ने रास्ते में रोक दिया है। कोविड 19 के तहत दिए गए निर्देशों के अनुपालन में यमुनोत्री धाम में यात्रा निषेध की गई है। यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों व पर्यटकों को समझ बुझा कर वापस भेज जा रहा है। साथ ही उन्होंने यात्रियों व पर्यटकों से अपील भी की है कि कोविड-19 के कारण सुरक्षा को देखते हुए जब तक यमुनोत्री धाम की यात्रा निषेध की हुई है, तब तक चार धाम यात्रा के लिए अपने घरों से न निकलें।