भोपाल
कोरोना मरीजों की पाजिटिविटी रेट घटने के स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल पंचायतों में बढ़ रहे संक्रमण की दर ने खोल दी है। सबसे खराब हालत इंदौर जिले की महू जनपद पंचायत और इसी के अंतर्गत आने वाली कोदरिया पंचायत की है। महू में 1380 कोरोना संभावित मरीज हैं जबकि कोदरिया में 235 मरीज हैं जिन्हें कोरेंटाइन किया गया है। इसी तहसील की गूजरखेड़ा पंचायत में 139 लोग संक्रमित हैं। इंदौर में ग्रामीणों के संक्रमित होने का आंकड़ा 2485 है। हालात यह हैं कि एक हफ्ते पहले 28 अप्रेल को प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या ग्रामीण इलाकों में 28134 थी जो मई मई को बढ़कर 57657 तक पहुंच गई है। यह आंकड़े पंचायतों द्वारा राज्य शासन को भेजी जाने वाली जानकारी के बाद सामने आए हैं।
पंचायतों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मामले में देवास जिले ने महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों के सीमावर्ती जिलों को पीछे छोड़ दिया है। यहां सबसे अधिक कोरोना के मामले 4325 दर्ज हैं जिसमें से अकेले बागली जनपद में 136 लोगों में कोरोना के लक्षण हैं। इसके बाद खरगोन जिले में 3479 मामले हैं जिसमें गोगवां जनपद में 505 केस हैं और इसी जनपद की गोगवां पंचायत में 183 कोरोना संक्रमित हैं। जिन जनपदों की पंचायतों में सौ से अधिक कोरोना के केस हैं उनमें बागली जनपद की चापड़ा पंचायत में 124, बालाघाट जिले की बैहर जनपद के आमगहन में 102, परसवाड़ा जनपद के उकवा पंचायत में 107, राजगढ़ जिले की जीरापुर जनपद पंचायत के मोहन पंचायत में 119 केस शामिल हैं।
प्रदेश में जिन जनपद पंचायतों में 500 से अधिक ग्रामीण संक्रमित हैं, उनमें देवास जिले के कन्नौद में 764, टोंकर खुर्द में 606, सोनकच्छ में 777, बालाघाट जिले के बैहर में 727, परसवाड़ा में 691, लांजी में 523, खरगोन जिले के महेश्वर में 595, खरगोन में 573, गोगवां में 505, भीकनगांव में 514, बड़वानी जिले के बड़वानी में 609, ठीकरी में 548 संक्रमित हैं। इसी तरह उज्जैन जिले के खाचरौद में 736, होशंगाबाद के बनखेड़ी में 657, राजगढ़ के नरसिंहगढ़ में 796, सीधी जिले के सिहावल में 682, सीहोर जिले के नसरुल्लागंज में 691, सतना जिले के उचेहरा में 780 और नीमच जिले के मनासा में 592 कोरोना मामले दर्ज हैं।