खुश्बू सोनखरे ने निशुल्क कृषि शिक्षा देने के साथ 1500 से भी अधिक बच्चों को PAT,ICAR,BHU जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में मार्गदर्शन दिया

बिलासपुर

इस कोरोना महामारी काल में जहां सारे स्कूल एवं कोचिंग क्लास बंद थे तब खुश्बू सोनखरे ने छत्तीसगढ़ की होनहार बेटियाों और गरीब – मध्यम वर्गो के असहाय बच्चों को निशुल्क कृषि शिक्षा देने का कार्य कर रहीं थी।

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खुश्बू सोनखरे

वे अब तक 1500 से भी अधिक बच्चों को  PAT,ICAR,BHU जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में मार्गदर्शन कर चुकी हैं।उन्होंने मध्यम वर्ग के 30 बच्चों का चयन निशुल्क शिक्षा के लिए किया था और वह गर्वांवित होकर कहती हैं कि यह कार्य उनके विद्यार्थियों ने PAT की परीक्षा में सफल होकर पूर्ण कर दिया हैं |

उनके सभी विद्यार्थियों का चयन छत्तीसगढ़ के टॉप शासकीय कृषि महाविद्यालयों में हो चुका हैं जिनमे अमृता सोनवानी, अमृता पाटले, तनीषा पटेल, रागिनी, मेनका, नीलम निर्मलकर, प्रियंका विशाल, पल्लवी बाहेकर, प्रीति भारती, रविन्द्र, पार्थ, ऋषभ त्रिपाठी, नवीन मारकंडे, चारूसी सहारे, भूमिका, नीता, अभिषेक, स्वाति, भावना, करिश्मा, हिमांशी, रामेश्वर, संजना, प्रेरणा, दुष्यंत, कोमल, प्रतीक्षा, मीनाक्षी भगत, कामनी सेठिया, संध्या, खुश्बू टंडन, तनीषा महादेवा, विपरा, षष्टी, अश्विनी, लक्ष्मी जैसे नाम समलित हैं। उन्होंने इस कार्य के लिए अपने माता- पिता,मित्र विशाल एवम गुरुओं को अपना प्रेरणा स्त्रोत बताया हैं। उन्होंने अपनी बारहवीं की शिक्षा साईं कृषि कोचिंग से की थी और प्रथम आई थी जिसका श्रेय उन्होंने वहां के निर्देशक गुलाब सिंह राजपूत को दिया और उन्हें अपना प्रेरणा स्त्रोत बतलाया हैं।

वे कहती हैं कि हमारा देश 75% कृषि आधारित तो हैं परंतु कृषि शिक्षा के प्रति सहज और जागरूक नहीं है। आज भी कृषि विषय को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता इसलिए वे अपने यूट्यूब चैनल e-krishi shiksha के माध्यम से निरंतर प्रयास करती रहेंगी क्योंकि कृषि ही जीवन का आधार हैं।