अनामिका, मुजफ्फरपुर
मेरी बहन पटना के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थी। उसे प्लाज्मा की जरूरत थी। मैंने उसके बल्ड ग्रुप के साथ ही सारी जानकरी साझा की। लगभग पांच घंटे की मशक्कत के बाद एक प्लाज्मा डोनर मिल गए। यह चार दिन पहले की बात है। टास्क फोर्स के ग्रुप के युवा इसके लिए आगे आए। उनकी मदद से ही यह संभव हो सका। सिकन्दरपुर की प्रीति की आवाज यह बताते हुए भर्रा उठती है।
कोरोना महामारी में किसी की जान बचाने से बड़ा पुण्य कोई नहीं हो सकता। कोरोना संक्रमितों का दर्द कम करने की कोशिश करने के लिए जिले के युवा आगे आ रहे हैं। ऑल इंडिया एव्यॉड कोरोना टास्क फोर्स की मेहनत से प्जाज्मा डोनेट कराकर कोरोना संक्रमितों की जान बचाने की कोशिश की जा रही है। इस संस्था से जुड़े युवा ऐसे लोगों की तलाश करते हैं जिन्हें पूर्व में कोरोना हुआ था, लेकिन अब वह बिल्कुल ठीक हैं। क्योंकि कोरोना संक्रमितों के ठीक होने के बाद उनके शरीर में एंटी बॉडी विकसित हो जाती है जो कोरोना संक्रमण को काम करने में लाभकारी है। डोनर तलाश करने का अभियान निरंतर सगंठन की ओर से जारी है।
टास्क फोर्स के राहुल नाथनी कहते हैं कि 30 से अधिक सगंठन मिलकर इस टास्क फोर्स को बनाए हैं। जरूरतमंद से लेकर डॉक्टर, अधिकारी तक इसमें हैं। हम लगातार इस महामारी में विभिन्न तरीकों से मददकर रहे हैं। ऐसे में लोगों का पूरा डाटा है। इसमें जो लोग पॉजिटिव से निगेटिव हो गए हैं, उनका डाटा हम तैयार कर रहे हैं और उनसे प्लाज्मा डोनेट की अपील कर रहे हैं। अब तक कई लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। उसकी मदद से पटना समेत अन्य जगह मदद पहुंचाई गई है।