न्यूयॉर्क
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारत में कोहराम मचा दिया है। स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी चरमरा गई हैं। इसे देखते हुए अमेरिका भारत के साथ करीब से काम कर रहा है ताकि इलाज की जरूरतों को पूरी की जा सके। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी। मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अमेरिकी विदेश मंत्रालय के व्रचक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका सरकार ने अबतक 10 करोड़ डॉलर मूल्य की सहायता सामग्री दी है। इसके अलावा निजी क्षेत्र ने भी 40 करोड़ डॉलर मूल्य की अतिरिक्त सहायता सामग्री दान की है। दोनों मिलाकर बात करें तो भारत को अमेरिका की तरफ से कुल 50 करोड़ डॉलर की सहायता सामग्री भेजी गई है।
प्राइस ने कहा कि हम भारतीय अधिकारियों और हेल्थ विशेषज्ञों के साथ मिलकी काम कर रहे हैं ताकि मौजूदा संकट में लगातार पैदा हो रही जरूरतों को पूरा किया जा सके। इससे पहले अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से वरिष्ठ सीनेटर मार्क वार्नर ने बात की और भारत को मदद देने के लिए प्रतिबद्धता जताई। वार्नर ने कहा कि भारत इस वक्त कोरोना महामारी का केंद्र बना हुआ है। इस संबंध में आज सुबह भारतीय राजदूत संधू से बातचीत हुई और महामारी को कंट्रोल में करने के लिए अमेरिका की तरफ से भारत की मदद का संकल्प जताया गया।
उन्होंने कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर मैं बाइडेन प्रशासन के साथ लगातार काम करुंगा। आपको बता दें कि मार्क वार्नर सीनेट की खुफिया मामलों की समिति के अध्यक्ष हैं। वार्नर से बात के बाद संधू ने ट्वीट किया और कहा कि इस मुश्किल और चुनौतीपूर्ण समय में भारत के प्रति आपके मजबूत समर्थन के लिए शुक्रिया। अमेरिकी सांसद एंडी लेविन ने भी कहा कि भारत के लिए अभी और काम करने की आवश्यकता है।