राजनांदगांव।बसंत शर्मा
नगर निगम में दुकान आबंटन को लेकर सत्ताधारी दल के पार्षद ही अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठे थे और खुद ही अवैधानिक रूप से दुकानों में कब्जा करने युवक को भेजा था। जिसका खुलासा आसपास के दुकानदारों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर किया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कमला कालेज के पास नगर निगम द्वारा बनाई गई मुख्यमंत्री स्वालंबन योजना की दुकानों के आवंटन को लेकर वहां के पार्षद सहित भाजपा के कुछ पार्षदों ने यह आरोप लगाया था कि दुकान आवंटन को लेकर भेदभाव किया जा रहा है। लेकिन वहां स्थित आसपास के दुकानदारों ने एक युवक को दुकान में अपना ताला लगाते देखा। फिर क्या था, आसपास के पूरे दुकानदार इकट्ठा हो गए और उक्त युवक से पूछा कि यहां ताला कैसे लगा रहे हो और किसने अनुमति दी है या किसने कहा है, तो युवक घबरा गया। थोड़ी देर बाद उसने बताया कि यहां के पार्षद ने कहा है। तब युवक से और पूछा गया कि पार्षद का नाम बताओ जो ताला लगा ने भेजा है। तब युवक ने किसी फडणवीस का नाम लिया। बता दे कि दुकान आबंटन को लेकर पार्षद सुनीता अशोक फडणवीस और निगम के बीच लगातार वाद विवाद हो रहा था।
*पार्षद के खिलाफ होनी चाहिए अनुशासनहीनता की कार्रवाई*
जिस तरह से मुख्यमंत्री स्वालंबन योजना की दुकानों को आवंटित किया गया है। उस पर सत्ताधारी दल के पार्षद सुनीता अशोक फडणवीस द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि आवंटन में निगम के कर्मचारियों द्वारा जो प्रक्रिया अपनाई गई है वह गलत है। बताया जा रहा है कि लगातार उक्त पार्षद द्वारा अपने ही सत्ता के खिलाफ जाकर बयान देना और दुकान आवंटन के खिलाफ जाना, यह एक सोची समझी साजिश और अपनी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। ऐसे पार्षद के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई करनी चाहिए।
पारदर्शीता के साथ किया गया दुकानों का आवंटन – महापौर
मुख्यमंत्री स्वालम्बन योजना की दुकानों को लेकर लगातार लग रहे आरोपों को आज महापौर श्रीमती हेमा देशमुख ने सिरे से खारिज कर दिया । उन्होंने कहा कि भाजपा के पार्षदों द्वारा गत दिनों ज्ञापन सौंपकर या आरोप लगाया गया था कि दुकान आवंटन में भेदभाव किया जा रहा है, जो सरासर गलत है। दुकान आवंटन को लेकर पूरी पारदर्शिता बरती गई है।