नई दिल्ली
कोरोना काल में पेट्रोल-डीजल के आसमान छूते दामों ने आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से पेट्रोल-डीजल के दामों में बेहिसाब वृद्धि हुई है। कई राज्यों में पेट्रोल 100 के पार पहुंच चुका है। पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, '2014 से आज तक पेट्रोल के की कीमतों में 326 गुना बढ़ोतरी हो चुकी है। अगर मैं सिर्फ इन दो महीनों की बात करें तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 38 बार संशोधन किया गया है। फिर भी, वे (सरकार) यह मानने को तैयार नहीं है कि कीमतें इतनी बढ़ गई हैं।' बता दें कि सोमवार को भी देश में तेल के दामों में बढ़ोत्तरी की गई। सोमवार को पेट्रोल के दामों में 28 पैस प्रति लीटर बढ़ोतरी की गई। हालांकि डीजल की कीमतों में आज तीन महीने के बाद गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली में आज पेट्रोल 101.19 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया, जबकि डीजल का रेट घटकर 89.72 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया है।
बता दें कि विदेश से आयात होने वाले तेल पर कई तरह के स्थानी टैक्स लगाए जाते हैं जिसकी वजह से इसकी कीमत ग्राहकों तक पहुंचते पहुंचे काफी बढ़ जाती है। इस पर पहले उत्पाद शुल्क और फिर उपकर लगाया जाता है इसके अलावा इसकी कीमतों में डीलरों का मुनाफा भी शामिल किया जाता है। इसके साथ राज्य सरकारें इस पर वैट लगाती हैं, जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम हुईं कच्चे तेल की कीमतों का फायदा आम जमता को नही मिल पाता है।