नई दिल्ली
संसद के मानसून सत्र में विपक्ष पैगासस, किसान आंदोलन और कई अहम मुद्दों पर केंद्र को घेरने में जुटी हुई है। इस बीच सोमवार की शाम को विपक्ष की कई बड़े दिग्गज कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के घर पर इकट्ठा हुए थे। इस बैठक में कांग्रेस पार्टी की ओर से सिब्बल के अलावा कोई बड़ा नेता शामिल नहीं हुया था। इस बैठक के एक दिन बाद कपिल सिब्बल ने अपनी ही कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। एक इंटरव्यू में कपिल सिब्बल ने कई सवालों के जवाब दिए हैं। साथ में उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। क्या आप गांधी परिवार को छोड़कर विपक्ष को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं के सवाल पर कपिल सिब्बल ने कहा कि इसका गांधी परिवार से कोई लेना-देना नहीं है। इस देश की जनता हमसे सवाल पूछ रही है- ठीक है, हम बीजेपी विरोधी हैं लेकिन विकल्प क्या है? मुझे लगा कि उस प्रक्रिया को शुरू करने का समय आ गया है। एक बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर हर राजनीतिक दल वहां मौजूद था। मैं बातचीत शुरू करना चाहता था, इससे ज्यादा कुछ नहीं।
समय आ गया है जब विपक्षी दल एक दूसरे से बात करें
कपिल सिब्बल ने कहा कि अब वो समय आ गया है कि जब हमें विपक्षी दलों को एक दूसरे से बात करने की जरूरत है। हम कांग्रेसी हैं, इस बातचीत में कांग्रेस को बाहर नहीं किया गया है। राहुल गांधी (विपक्ष को एकजुट करने के लिए) पहल कर रहे हैं। कपिल सिब्बल ने कहा कि राहुल गांधी ठीक कर रहे हैं जो उन्हें सबसे अच्छा लगता है और हर संभव तरीके से उनका समर्थन करते हैं।
लोगों की मांगो पर चर्चा करने की जरूरत है
क्या कांग्रेस विपक्ष के लिए एक आधार के रूप में कार्य कर सकती है के सवाल के जवाब में कपिल सिब्बल ने कहा कि हां, कांग्रेस खुद को पुनर्जीवित करेगी और आधार प्रदान करेगी और मुझे विश्वास है कि सभी समान विचारधारा वाले लोग हमारे साथ खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि हमें चुनाव वाले राज्यों में लोगों की मांगों पर चर्चा करने की जरूरत है और हम उन आकांक्षाओं को हासिल करने में कैसे मदद कर सकते हैं और उन राज्यों में भाजपा क्या कर रही है, इसका पर्दाफाश करने की जरूरत है।
विपक्ष में अंतर्विरोध पर क्या बोले सिब्बल?
विपक्ष के भीतर अंतर्विरोध के सवाल पर कपिल सिब्बल ने कहा कि सिस्टम में बहुत सारे अंतर्विरोध हैं, लेकिन इसे दूर करने के लिए एक साझा मंच की आवश्यकता है। किसी भी बातचीत में जहां लोग एक-दूसरे के खिलाफ होते हैं, आप अंतर्विरोधों को कैसे सुलझाते हैं? उदाहरण के लिए, आपके पास उत्तर प्रदेश है। तीन-चार दलों के हित के क्षेत्र हैं। हम इसका समाधान कैसे करते हैं? सबसे पहले आइए उन क्षेत्रों पर विचार करें जहां कोई आपत्ति नहीं है। ऐसी ही बातचीत होती है।