विदिशा
महा वैक्सीनेशन अभियान में एक बार फिर मप्र ने जहां बाजी मारी है और पूरे प्रदेश में 14 घंटे रिकॉर्ड डोज के बीच प्रदेश के कई जिलों में टीकाकरण कराने पहुंचे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। इनमें छिंदवाड़ा जिले के लोधीखेड़ा और विदिशा के वैक्सीनेशन सेंटर्स पर हालात बदतर सामने आए है।
दरअसल, गुरुवार को विदिशा में 24 हजार 600 लोगों का टीकाकरण करने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इसके लिए कुछ केंद्र भी बढ़ाए गए और कुल 74 केंद्रो पर वैक्सीनेशन हुआ। शहर मुख्यालय सहित जिलेभर में गुरुवार को 74 केंद्रों पर वैक्सीनेशन कार्य हुआ। लेकिन करीब पांच दिन बाद वैक्सीनेशन होने के कारण लगभग सभी केंद्रों पर लोगों की खासी भीड़ रही। स्थिति यह थी कि लोग एक-दूसरे से सटकर खड़े हुए थे और सोशल डिस्टेंस का पालन न तो वे स्वयं कर रहे थे और न ही स्वास्थ्य या प्रशासनिक अमला सोशल डिस्टेंस का पालन करवा रहा था। ऐसे में कहीं कोरोना वैक्सीन लगने के पहले ही कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। वहीं कई केंद्रों पर तो वैक्सीन खत्म हो जाने के कारण विवाद की स्थिति भी बनी और पुलिस को आकर व्यवस्थाएं संभालना पड़ीं।
सभी केंद्रों पर सुबह नौ बजे से टीकाकरण होना था। लेकिन स्थिति यह थी कि सुबह साढ़े सात बजे से ही केंद्रों पर लोग पहुंचने लगे थे। नौ बजे तक लंबी-लंबी कतारें लोगों की लग गई थीं और शहर के लगभग सभी केंद्रों पर लोग एक-दूसरे से सटकर ही खड़े हुए थे। सोशल डिस्टेंस का बिलकुल पालन नहीं किया जा रहा था। जिला अस्पताल में कुल 700 लोगों को वैक्सीन लगना, लेकिन यहां तय लक्ष्य से कई गुना अधिक लोग पहुंच गए थे। ऐसे में हालात यह बने कि जब 700 लोगों को वैक्सीन लग गईए तो शेष लोगों को वैक्सीन के लिए बाद में आने का कहा गया। तो वहां हंगामे की स्थिति बन गई। कुछ लोगों ने पंजीयन करने बैठे आॅपरेटर के साथ अभद्रता की। वहीं कुछ लोगों ने भी स्टॉफ पर उनके साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया। मामले की जानकारी लगते ही पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और स्थिति को संभाला।
इधर, छिंदवाड़ा जिले के लोधीखेड़ा में सामुदायिक मंगल भवन स्थित वैक्सीनेशन सेंटर में गुरुवार को अफरा तफरी की स्थिति निर्मित हो गई। यहां सुबह वैक्सीन लगाने उमड़ी भीड़ में भगदड़ मच गई। जमीन पर गिरीं महिलाओं को पैरों के नीचे रौंदते हुए लोग आगे बढ़ गए। कई महिलाओं को चोट आई हैं। 7.30 बजे पंजीयन शुरू किया। इसी दौरान किसी ने हॉल का गेट खोल दिया, जिससे वैक्सीन लगाने की होड़ में भगदड़ मच गई। केंद्र में प्रथम और दूसरे डोज के लिए 250-250 वैक्सीन उपलब्ध थी, जबकि 400 से अधिक लोग पहुंचे थे।