बेंगलुरु
विभाग आबंटन पर नाराज कर्नाटक के मंत्री आनंद सिह ने बुधवार को संकेत दिया कि वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। सिंह ने एक सप्ताह पहले ही पर्यटन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण मंत्री का पदभार संभाला था। मंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि वह ऊर्जा विभाग और वन विभाग पाने को इच्छुक थे क्योंकि बी एस येदियुरप्पा सरकार के दौरान उनके पास वन विभाग था।
सूत्रों ने कहा, ''उनकी इच्छा के खिलाफ उन्हें पर्यटन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण विभाग दिया गया। सिंह ने अपनी नाराजगी प्रकट की है और उन्होंने यहां अपना विधायक कार्यालय भी बंद कर दिया है।' मंत्री ने कहा, ''मेरा राजनीतिक करियर वेणु गोपालकृष्ण मंदिर से प्रारंभ हुआ था। मैं आपसे कहना चाहूंगा कि मुझे नहीं पता कि मेरा राजनीतिक जीवन भी शायद यहीं समाप्त हो जाए। यदि मुझे गोपालकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त रहेगा तो नई शुरुआत भी हो सकती है। सिंह ने कहा, ''लेकिन, यदि भगवान कहते हैं कि तुम्हारा राजनीतिक जीवन यहीं खत्म हो, तो मैं कृष्णा से आशीर्वाद मांगूगा और अपने जीवन में नई पारी शुरू करूंगा।'' उन्होंने कहा, ''मैंने कभी इस तरह बर्ताव नहीं किया कि पार्टी और हमारे नेता असहज हो जाएं। यदि मैंने ऐसा बर्ताव किया हो, तो मुझे माफ कीजिए। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैं राज्य का कोई बड़ा नेता नहीं हूं।''
उन्होंने कहा, ''मैंने कल ही अहसास किया कि मेरी यह गलत धारणा थी कि राज्य में मुझे बचाने के लिए कई नेता हैं। मुझे पूरा विश्वास था कि मुझे बचाने के लिए कई ऐसे बड़े दिग्गज नेता एवं मित्र तैयार होंगे लेकिन यह मेरा अतिविश्वास साबित हुआ। यह कोई भ्रम था। मुझे अपने नेताओं पर विश्वास है लेकिन मुझे संदेह है कि उन्हें भी मुझपर विश्वास है या नहीं।''