रायपुर
एसआईपी एकेडमी इंडिया ने अपनी 18 वीं वर्षगांठ पर बड़ी घोषणा की जिसमें 141 बच्चों से फीस नहीं लेने का निर्णय लिया गया क्योंकि उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान माता व पिता को खो दिया है।
छत्तीसगड के रायपुर शहर में एसआईपी एकेडमी के एसआईपी एबेकस और ग्लोबलआर्ट प्रोग्राम्स को बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला। बच्चे महामारी के दौरान भी बड़ी संख्या में इन प्रोग्राम्स में एनरोल हुए। ऐसा इसलिये हुआ, क्योंकि वे ध्यान, एकाग्रता, दर्शनीय स्मृति, इन्हें बनाये रखने और याद कर सकने तथा गणित में दक्षता वाली कुशलताओं और रचनात्मकता की शक्ति विकसित करने का लाभ उठा सकें। एसआईपी एकेडमी इंडिया ने अपनी 18 वीं वर्षगांठ मनाई। इस संबंध में मैनेजिंग डायरेक्टर दिनेश विक्टर ने घोषणा कर दी कि महामारी से प्रभावित हुए अपने स्टूडेंट्स को सहयोग देने के लिये, एसआईपी एकेडमी इंडिया 141 बच्चों के लिये कोर्स की निशुल्क समाप्ति करेगी। यह एसआईपी एकेडमी के वे मौजूदा स्टूडेंट्स हैं, जिन्होंने महामारी के दौरान पेरेंट में से किसी एक (माता या पिता) को खोया है। पूरे कोर्स की अवधि 3.5 से 4 वर्ष है, जबकि दिनेश ने यह घोषणा की है कि बच्चे के मौजूदा लेवल से इतर, एसआईपी एकेडमी कोर्स की शेष अवधि के लिये मासिक शुल्क नहीं लेगी।है कि उसने इन साहसी महिलाओं के साथ भागीदारी की।