एक प्रश्न 2 बार पूछने का आरोप,जीवाजी यूनिवर्सिटी में छात्रों का प्रदर्शन

ग्वालियर

जीवाजी यूनिवर्सिटी की पीएचडी प्रवेश परीक्षा में माइक्रोबॉयोलॉजी विषय में एक प्रश्न को दो बार पूछे जाने का आरोप लगाकर छात्रों ने हंगामा कर दिया। छात्रों ने पहले कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला को घेरा और उसके बाद रेक्टर प्रो. उमेश होलानी के ऑफिस में ढाई घंटे तक धरना दिया। इस दौरान उन्होंने रेक्टर को ऑफिस से बाहर नहीं निकलने दिया।

हंगामे की सूचना मिलते ही प्रॉक्टर डॉ. हरेंद्र शर्मा तथा पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस दौरान रेक्टर ने छात्रों से कहा कि वह प्रवेश समिति के सामने प्रकरण को भेजेंगे, समिति का जो भी निर्णय होगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी छात्र नहीं हटे। शाम 5 बजे जब रेक्टर ने यह बात लिखकर दी तब छात्र यहां से हटे।

जेयू के प्रशासनिक भवन में छात्रनेता शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में छात्र दोपहर लगभग 2 बजे पहुंचे। यहां पर उन्होंने पहले प्रो. संगीता शुक्ला को घेरा, कुलपति ने इस मामले में रेक्टर प्रो. होलानी द्वारा निराकरण करने की बात कही। आंदोलन करने वालों का कहना था कि छात्र ब्रजेश रिछारिया ने माइक्रोबॉयोलॉजी से पीएचडी प्रवेश परीक्षा दी थी, इस पेपर में एक प्रश्न दो बार पूछा गया था, जिससे उसके अंक कम रह गए।

अगर इसमें इन प्रश्नों का मूल्यांकन सही कर दिया जाए तो वह पीएचडी में प्रवेश की योग्यता पा लेगा। प्रो. होलानी ने छात्रों से कहा कि इस प्रकरण को नियमानुसार प्रवेश समिति के सामने रखा जाएगा। इसमें जो भी निर्णय आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। लेकिन छात्र इस बात पर अड़ गए कि आज ही प्रवेश समिति की बैठक बुलाई जाए और मामले का निराकरण किया जाए।

प्रो. होलानी ने इससे असहमति व्यक्त की तो आंदोलनकारियाें ने नारेबाजी करते हुए धरना शुरू कर दिया। प्रॉक्टर डॉ. हरेंद्र शर्मा, कार्यपरिषद सदस्य शिवेंद्र सिंह राठौर ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। हंगामे की स्थिति बनते देखकर विश्वविद्यालय थाने की पुलिस भी यूनिवर्सिटी पहुंच गई। शाम 5 बजे रेक्टर ने प्रवेश समिति के सामने मामला रखकर नियमानुसार लिखित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया तब छात्र यहां से हटे और रेक्टर प्रो. होलानी यहां से निकल पाए।