उमा भारती की शिवराज सरकार को चेतावनी, ब्यूरोक्रेसी पर दिया विवादित बयान

भोपाल : 

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की फायर ब्रांड लीडर और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharati BJP) ने शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की सरकार को 15 जनवरी तक प्रदेश में शराबबंदी करने के लिए कहा है. उमा भारती ने कहा है कि अगर मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की सरकार ने ऐसा नहीं किया, तो वह सड़कों पर उतरेंगी. उमा भारती ने ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) पर एक विवादित बयान भी दे दिया है. उनके बयान का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है.

वायरल वीडियो में उमा भारती वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यह कहते हुए सुनी जा रही हैं कि ब्यूरोक्रेसी कुछ नहीं होती है. चप्पल उठाने वाली होती है. हमारी चप्पल उठाती है. हमलोग ही तैयार हो जाते हैं उसके लिए. उनकी कोई औकात नहीं होती. असल बात ये है कि हम ब्यूरोक्रेसी के बहाने से अपनी राजनीति साधते हैं.

उमा भारती का वायरल वीडियो 18 सितंबर (शनिवार) का बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल भाजपा नेता उमा भारती से मिलने के लिए भोपाल स्थित उनके बंगलो र गया था. महासभा ने उमा भारती को पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा. इसमें उन्होंने जाति आधारित जनगणना और प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण से जुड़ी अपनी चिंता से सीनियर बीजेपी लीडर को अवगत कराया गया है.

उमा भारती को सौंपे गये मांग पत्र में ओबीसी महासभा ने कहा है कि अगर मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने इन विषयों पर जल्द कोई फैसला नहीं लिया, तो वे पूरे प्रदेश में प्रदर्शन शरू कर देंगे. उनका आरोप है कि शिवराज सिंह चौहान की सरकार ओबीसी समाज से जुड़े विषयों को लंबे अरसे से नजरअंदाज कर रही है.

उमा भारती ने शिवराज से की शराबबंदी की मांग

इससे पहले उमा भारती ने मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान से कहा कि वह 15 जनवरी, 2022 तक राज्य में शराबबंदी करे. अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया, तो वह सड़कों पर उतरेंगी और व्यापक आंदोलन शुरू करेंगी. उन्होंने कहा कि वह अगले पांच महीने तक प्रदेश में शराबबंदी के प्रति जागरूकता अभियान चलायेंगी. मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं चाहती हूं कि सरकार निश्चित तौर पर 15 जनवरी तक शराबबंदी को प्रदेश में लागू कर दे.