लखनऊ
उत्तराखंड सरकार ने इस साल कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया है। हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने कुछ शर्तों के साथ कावड़ लाने की इजाजत दे दी है। उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग कांवड़ यात्रा पर उत्तराखंड जाते हैं लेकिन वहां की सरकार के एंट्री ना देने से लोग हरिद्वार से जल नहीं ला सकेंगे। ऐसे में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड़ सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है। रिपोर्ट के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बाक करते हुए उनको कांवड़ यात्रा पर रोक के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है। योगी आदित्यनाथ ने उनसे कहा है कि कुछ शर्तों के साथ एक सीमित संख्या में कांवडियों को हरिद्वार आने की इजाजत दे दी जाए।
उत्तराखंड सरकार ने रद्द की है कांवड़ यात्रा उत्तराखंड सरकार ने लगातार दूसरे साल कांवड़ यात्रा को रद्द करने का फैसला किया है। कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने एक बार फिर से कांवड़ यात्रा को ना कराने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के संबंध में सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ये फैसला लिया गया कि इस साल भी कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया जाए। योगी सरकार ने दी कांवड़ की इजाजत उत्तर प्रदेश सरकार ने कावंड़ यात्रा की इजाजत दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश दिए कि पारंपरिक कांवड़ यात्रा कोविड प्रोटोकॉल के साथ हो सकेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कांवड़ संघों से संवाद कर न्यूनतम लोगों की सहभागिता का अनुरोध किया जाए। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड राज्यों से संवाद कर यात्रा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल बनाए गए राज्यसभा में नेता सदन, थावरचंद गहलोत की लेंगे जगह इस सब के बीच यूपी सरकार के कांवड़ यात्रा को अनुमति देने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। जस्टिस रोहिंटन एफ नरीमन की बेंच ने इस मामले में उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है। मामले की सुनवाई 16 जुलाई को होगी बता दें कि कांवड़ यात्रा की शुरुआत 25 जुलाई से होनी है।