झांसी
उत्कल एक्सप्रेस से ननों को जबरन उतारे जाने और अभद्रता के मामले में दिल्ली से कार्रवाई का आदेश आते ही झांसी जीआरपी ने दो हिंदूवादी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में जांच रिपोर्ट लखनऊ भेजी जा चुकी है। 19 मार्च को उत्कल एक्सप्रेस से ननों व किशोरियों को जबरन झांसी स्टेशन पर उतारा गया था। ट्रेन की उसी बोगी में सवार कुछ हिन्दूवादी नेताओं ने ननों पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगा अभद्रता की थी, जीआरपी की मौजूदगी में हुई अभद्रता पर काफी किरकिरी हुई थी। 22 दिन से इस मामले को लेकर जीआरपी में उथल पुथल के बाद गुरुवार देर रात दो हिन्दूवादी नेताओं की गिरफ्तारी हो गई।
इस मामले में नन लीविया थोमस, हेमलता और उनके साथ ट्रेन में सफर कर रहीं श्वेता और बीतरंग के बयान वीडियो कॉलिंग से मोबाइल के जरिए दर्ज किए गए थे। दो-तीन दि पहले सभी के बयानों के बाद प्रभारी एसपी सौमित्र यादव ने जांच पूरी कर रिपोर्ट लखनऊ सौंपी थी। जांच पूरी होने के बाद गुरुवार को दिल्ली से आदेश आते ही जीआरपी कार्रवाई में जुट गई।
जीआरपी प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह गुरुवार रात स्टेशन के पास से ही हिंदूवादी नेता अंचल अद्जरिया व पुरुकेश अमरया को गिरफ्तार कर लिया। सीओ नईम मंसूरी ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने स्वयं संज्ञान लेकर एफआईआर कर दोनों को जेल भेजा जा रहा है।