ईसी सदस्यों का हंगमा देख बीयू कुलपति राव ने साधी चुप्पी

भोपाल

रजिस्ट्रार प्रोफेसर और कर्मचयारियों के लिये बीयू परिसर में तैयार होंगे 16 बंगले बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की बैठक रखी गई। बैठक में कुलपति प्रो. आरजे राव को चुप्पी साधने पर मजबूर कर दिया गया। इसकी वजह  उनके कार्यकाल में बीयू में विद्यार्थियों के लिये कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं किये गये हैं। कोरोना संक्रमण का असर कम होने के बाद बीयू में लंबे समय बाद आफलाइन बैठक रखी गई। इसमें बीयू के शैक्षणिक विभाग और आठ जिलों के कालेजों के नये कोर्स की मंजूरी दी गई है। बैठक में कोरोना संक्रमण से कर्मचारी और उनके परिवारिक सदस्यों का निधन होने पर दो मिनिट का मौन रखा गया।

कुलपति राव के कार्यकाल को तीन साल पूरे होने को आये हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में प्रोफेसर, कालेज, कर्मचारी और सबसे ज्यादा जरुरी विद्यार्थियों की सुविधाओं को लेकर कोई भी उल्लेखनीय कार्य नहीं किये हैं। इसे लेकर कार्यपरिषद के सदस्य मनोरंजन मिश्रा ने कुलपति से उनके कार्यकाल के तीन साल का पूरा हिसाब पूछ लिया। उन्होंने जो निर्माण कार्य और अन्य कार्य गिनाने शुरू किये। वे रजिस्ट्रार डॉ. हरिहर शरण त्रिपाठी के बीयू में पदस्थ होने के बाद ही शुरू हो सके हैं। ढाई साल पहले ईसी में विद्यार्थी, प्रोफेसर और कर्मचारी के हितों में काफी निर्णय हुये थे, जिन्हें कुलपति राव पूरा नहीं कर सके हैं। इससे सभी ईसी सदस्यों ने कुलपति राव के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया। ईसी सदस्य मनोरंजन मिश्रा कुलपति से पूछा कि अभी तक छात्र संवाद क्यों शुरु नहीं किया गया। बीयूआईटी में पदस्थ एक दर्जन नियमित और संविदा शिक्षकों का भुगतान क्यों रोका जा रहा है। उन्हें वेतन देने के लिये दर-दर क्यों भटकाया जा रहा है। बीयू के खिलाफ कोर्ट केस चल रहे हैं। एफडीआर में 300 करोड संभाल कर रखने के लिये नहीं हैं। उन्हें विद्यार्थी और विकास कार्य में खर्च क्यों नहीं किया जा रहा है। ईसी सदस्यों के पूछे गये सवालों पर कुलपति राव कुछ नहीं बोल सके। वे चुप्पी साधे बैठे रहे।

21 करोड पर छाई शांति
कुलपति राव के कार्यकाल में इनकम टैक्स विभाग बीयू पर छापामार की कार्रवाई कर दो बार में 21 करोड रुपये ले जा चुका है। पहली बार में 14 करोड और दूसरी बार में सात करोड इनकम टैक्स विभाग के पास जप्त बने हुये हैं। इसके बाद बैठक में सन्नटा छाया गया। तब कुलपति राव ने अपनी चुप्पी को तोडते हुये बताया कि काफी मशक्कत के बाद इनकम टैक्स विभाग ने आगामी तीन साल के आयकर में राहत दी है। इससे ईसी सदस्यों के तेवर कुछ ठंडे हुये और बैठक यथावत संचालित हो सकी।

110 कोर्स को मिली मंजूरी
बैठक में सबसे जरुरी आगामी सत्र 2021-22 में यूटीडी में शुरू होने वाले बीए, बीएससी और बीकाम आनर्स और पीजी में राजनीति और इतिहास की कक्षाओं को नियमित शुरू करने स्वीकृति दी गई है। बैठक में 21 कालेजों के 110 नये सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स को मंजूरी मिल गई। एजेंडे में प्रोफेसरों के लिये पांच बंगला, व्हीआईपी गेस्ट हाउस, दो बी प्लस मल्टी स्टोरी, रजिस्ट्रार बंगला, स्वामी विवेकानंद के पार्क और उनकी प्रतिमा स्थापित करके की जाएगी। बीयू में करीब 16 बंगलों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इसका भूमिपूजन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव करेंगे।