नई दिल्ली
कप्तान हैरी केन के डबल धमाल से इंग्लैंड ने यूरो कप के क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन को एकतरफा मुकाबले में 4-0 से शिकस्त देकर 25 साल बाद और कुल तीसरी बार सेमीफाइनल में जगह बना ली।
इंग्लैंड इससे पहले 1996 में अंतिम-चार में पहुंचा था लेकिन अब उसके सामने सबसे बड़ा लक्ष्य 1996 की विश्व कप जीत को दोहराना होगा। मौजूदा टूर्नामेंट में यह एकमात्र मैच था जिसे इंग्लैंड ने वेंबले स्टेडियम से बाहर खेला। केन ने चौथे और 50वें मिनट में गोल दागे।
उनके अलावा हैरी मैगुआयर (46वें मिनट) और जॉर्डन हेंडरसन (63वें मिनट) ने एक-एक गोल किया। इंग्लैंड का टूर्नामेंट में लगातार पांचवां जबकि कुल सातवां मैच है जिसमें उसने अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम को गोल नहीं करने दिया।
यह 1966 के विश्व कप फाइनल के बाद पहला अवसर है जबकि इंग्लैंड ने किसी बड़े टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में चार गोल किए। उसने 1966 में पश्चिम जर्मनी को 4-2 से हराया था। इंग्लैंड की टीम अब वापस लंदन लौटेगी जहां बुधवार को उसका सामना डेनमार्क से होगा।
यूक्रेन की सबसे बड़ी हार : यूक्रेन की यह किसी भी प्रमुख टूर्नामेंट में संयुक्त सबसे बड़ी हार है। इससे पहले उसे 2006 विश्व कप के ग्रुप चरण में भी 0-4 से हार मिली थी।
रियो डी जेनेरियो। लियोनल मेसी के शानदार खेल से अर्जेंटीना ने कोपा अमेरिका में इक्वाडोर को 3-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली। फाइनल में जगह बनाने के लिए अर्जेंटीना का सामना कोलंबिया से होगा, जिसने पेनाल्टी शूटऑउट में उरुग्वे को मात दी।
मेसी (90+3वें मिनट) में फ्री किक पर गोल करने के अलावा उन्होंने रोड्रिगो डि पॉल (40वें मिनट) और लॉटारो मार्टिनेज (84वें मिनट) के गोल में भी मदद की। मेसी के 76 अंतरराष्ट्रीय गोल हो गए हैं। वह अब दक्षिण अमेरिका से सर्वाधिक गोल करने के पेले (77) के रिकॉर्ड की बराबरी करने से सिर्फ एक गोल पीछे हैं। इस जीत ने मेसी ने पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीतने की उम्मीदें भी जीवंत रखी हैं।